लोकप्रिय और शक्तिशाली दस भारतीय महिला राजनेता

भास्कर समाचार सेवा

नई दिल्ली। दैनिक भास्कर और प्रिज्म मीडिया प्राईवेट लिमिटेड ने मिलकर उन दस वर्तमान महिला राजनेताओं की सूची तैयार की है जो अकेले अपने दम पर न केवल भारतीय राजनीति की दशा और दिशा बदलने की क्षमता रखतीं हैं बल्कि आम जनता के बीच उनकी लोकप्रियता और फैन फॉलोइंग भी है। इसमें उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि, राज्य, व्यक्तिगत क्षमता और लोकप्रियता, जैसे तमाम मानकों वह पहलुओं को ध्यान में रखते हुए हमने दसवें क्रम से शुरूआत करते हुए एक नम्बर तक की पड़ताल की जो इस प्रकार से है।‌

10- स्मृति ईरानी

मोदी सरकार में लम्बे समय से केन्द्रीय मंत्री रही हैं व टीवी अभिनेत्री होने के अलावा कुशल वक्ता तथा अचछी प्रशासाक उनको माना जाता है।

9- महबूबा मुफ्ती

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री पीडीपी संस्थापक व भूतपूर्व केन्द्रीय गृह मंत्री व सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी मौजूदा समय में जम्मू कश्मीर की सियासत में अच्छी पकड़ वर्तमान में पीडीपी अध्यक्ष हैं।

8- सुप्रिया सुले

देश की राजनीति के सबसे बड़े मौजूदा चाणक्य कहे जाने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी, सांसद और मौजूदा समय में एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष होने के साथ साथ उनको शरद भाऊ का महाराष्ट्र की सियासत में उत्तराधिकारी माना जाता है।‌‌‌‌‌‌‌

7- के कविता

बीआरएस के संस्थापक व तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की पुत्री व पूर्व सांसद मौजूदा एमएलसी, तेलुगू, अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू पर पूरी पकड़, महिलाओं में जबरदस्त लोकप्रिय, उत्तर भारत में पहचान और कुशल वक्ता और संगठनकर्ता मानी जाती हैं।

6- हरसिमरत कौर

अकाली दल बादल के संस्थापक प्रकाश सिंह बादल की पुत्र बधु व पूर्व केन्द्रीय मंत्री रही हैं। भाषण कला में निपुण और कुशल संगठनकर्ता मानी जाती हैं। मौजूदा सांसद भी हैं।

5- वसुंधरा राजे

राजस्थान भाजपा की कद्दावर नेता होने के साथ साथ दो बार सीएम रही है भाजपा के अंदर उनको दवंग नेता माना जाता है।‌ सिंधिया परिवार की विरासत से भी उनका नाम जुड़ा है।

4– प्रियंका गांधी

कांग्रेस की महासचिव व स्टार प्रचारक होने के साथ साथ उन्हें गांधी परिवार की विरासत का उत्तराधिकारी भी माना जाता है। जनता में स्वछ छवि और करिश्माई नेता की संभावनाएं भी लोग उनमें देखते हैं।

3- मायावती

बसपा सुप्रीमो तीन बार यूपी की सीएम होने के साथ साथ दलित समाज पर पकड़ रखने वाली बड़ी नेता हैं। इतना ही नहीं इस समाज के मतदाताओं का वोट किसी भी दल को ट्रांसफर करने की क्षमता सिर्फ उन्हीं में है।

2- ममता बनर्जी

तृणमूल कांग्रेस की फाउंडर लगातार तीन बार लगातार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बने रहने के साथ साथ उन्होंने कांग्रेस से अलग होकर खुद को साबित किया है और राष्ट्रीय राजनीति में उनकी धमक गूंजती है।

1- सोनिया गांधी

इस क्रम में सबसे पहला नाम कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान में यूपी के रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी का है। जिनके नाम 138 साल पुरानी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सबसे ज्यादा समय तक अध्यक्ष सफलतापूर्वक (करीब 20 साल) बने रहने का रिकॉर्ड भी है। यूपीए सरकार को 10 साल सफलतापूर्वक चलाने का पूरा श्रेय उन्हीं को जाता है

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