पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया, मृतक के नशेड़ी दोस्त को गिरफ्तार किया


भास्कर समाचार सेवा
रायपुर सादात। ईद के तीन दिन बाद जोगीरामपुरी मजार के पास मिले अज्ञात शव के मामले में पुलिस ने मृतक के नशेड़ी दोस्त को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया। मृतक तथा मृतक का हत्यारा दोस्त दरगाह पर बने मजलिस हाल में आकर ठहर जाते थे। दोनों नशे के आदी थे। सुल्फा पीने की आदत ने दोनों को दोस्त बना दिया था। थाना नगीना देहात पुलिस को घटना के खुलासे में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा ।थाना नगीना देहात क्षेत्र के ग्राम जोगी पूरा मैं हाजी हादी हसन मजार के पास कब्रिस्तान की झाड़ियों में पुलिस को 4 जुलाई को प्रधान हारुन द्वारा एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा होने की सूचना दी गई थी। सूचना पर नगीना देहात थाना प्रभारी निरीक्षक सर्वेंद्र कुमार शर्मा तथा नगीना सर्किल के सीओ संग्राम सिंह भारी फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंचे थे और दूरदराज घटनास्थल वाले क्षेत्र का बारीकी से निरीक्षण किया था। मृतक के शरीर में कीड़े पड़ गए थे। शव की शिनाख्त कराना मुश्किल था। मृतक के पास से भी किसी तरह का शिनाख्त कार्ड नहीं मिला था। पुलिस ने अज्ञात में शव को सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम को भेजने के 4 दिन बाद मृतका की बहन ने आकर कपड़ों से शव की शिनाख्त की। उसने बताया मृतक उसका भाई है। मृतक का नाम आकिब उर्फ जावेद उर्फ अमन पुत्र बदरे आलम निवासी पुरानी कोर्ट कस्बा व थाना रसड़ा जनपद बलिया का निवासी है। वह कोटद्वार उत्तराखंड में एक बैंक में कार्य करता था और कभी कभी दरगाह आलिया नजफ हिंद जोगीपुरा मैं दरगाह के सामने बने हाल में आकर रुकता था। शिनाख्त होने के बाद मृतक के बहनोई मोहम्मद इजहार द्वारा अज्ञात में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। जिसकी जांच प्रभारी निरीक्षक सर्वेंद्र कुमार शर्मा कर रहे थे। पुलिस के लिए यह घटना खोलना चुनौती भरा कार्य था। प्रभारी निरीक्षक ने मृतक का नंबर परिजनों से लेकर सर्विलांस पर लगवाया। सर्विलांस की मदद से आगे की जांच पड़ताल शुरू की ।काफी मशक्कत के बाद एक नशेड़ी युवक को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। अभियुक्त ने बताया उसका नाम मोहम्मद हसन उर्फ गोल्डन पुत्र स्वर्गीय हसनैन निवासी मकान नंबर 51 मोहल्ला जैदी फार्म मजनू नगर थाना नौचंदी मेरठ बताया। कड़ाई से पूछताछ करने पर मृतक ने अपना जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया मृतक आकिब तथा वह दरगाह ए औलिया नजफ हिंद के सामने बने हाल में रात्रि में सोते थे। आकिब की और उसकी दोस्ती सुल्फा पीने के कारण हुई थी। 2 जुलाई को आकिब के पास कुछ रुपए देखें, रुपए देखकर उसके दिल में बेईमानी आ गई। वह उसे नशे की सिगरेट पिलाकर हाजी हादी हसन के मजार के पीछे कब्रिस्तान में ले गया और ब्लेड से उसका गला काट दिया। उसके पास जो भी रुपए थे वह निकाल लिए और मोबाइल भी निकाल कर वह ले गया। शव को वहीं झाड़ियों में छिपा दिया था। पुलिस ने मृतक की जेब से निकाले गए कुछ रुपए बरामद किए हैं। उसकी निशानदेही पर गला काटने में प्रयोग करने वाला ब्लेड तथा सिर पर वार करने वाला ईट का आध्धा भी बरामद कर लिया। पुलिस ने घटना के खुलासे के बाद राहत की सांस ली है। प्रभारी निरीक्षक सर्वेंद्र कुमार शर्मा ने बताया आकिब और हत्यारा मोहम्मद हसन नशे के कारण दोस्त बने थे। नशा पीने की लालच में ही आकिब उसके साथ एकांत स्थान पर जाकर नशा कर रहा था। जिसका फायदा उठाकर मोहम्मद हसन ने उसकी गला काट कर हत्या कर दी थी।

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