कानपुर। सीएसए के साथ द्वितीय अंगीकृत मीटिंग में तामागावी विश्वविद्यालय जापान के शिक्षा, शोध, प्रसार एवं यंत्रीकरण आदि के बारे में विस्तार से चर्चा हुई। इस अवसर पर टोक्यो स्थित इंजीनियरिंग सेक्शन कंट्रोल सिस्टम कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर सतोशी मेगामती ने कृषि उपकरणों मुख्यतः ट्रैक्टर आदि के बारे में अवगत कराया कि अब जापान में काफी अधिक ट्रैक्टर जुताई, निराई, गुड़ाई आदि सेंसर आधारित स्टेरिंग के आधार पर किया जा रहा है।
जिससे कार्य करने की दक्षता में काफी वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही जापान में कृषि एवं वानिकी विभाग की सलाहकार डॉ सुशील यामामोटो ने दोनों विश्वविद्यालयों के मध्य होने वाले अनुबंध प्रपत्र के प्रारूप, सेवा शर्तें एवं इससे आच्छादित विषयों पर अपना प्रस्तुतिकरण दिया। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने सभी आगंतुकों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया तथा इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की एवं दोनों विश्वविद्यालयों के मध्य शीघ्र विभिन्न प्रकार की क्रियाकलापों को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
उन्होंने ऑनलाइन मीटिंग के माध्यम से शिक्षण कार्य और संकाय सदस्यों के अनुभव साझा करने हेतु वर्चुअल मीटिंग शीघ्र ही प्रारंभ करने पर जोर दिया। फॉर्म मॉड्यूल जापानी परियोजना के कार्य को जापान एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जल्द ही विश्वविद्यालय को नोडल केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इस अवसर पर निदेशक शोध डॉ पीके सिंह ने पिछली मीटिंग की कार्यब्रत्ति को प्रस्तुत किया।
विश्वविद्यालय के निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉ विजय कुमार यादव ने सेंसर आधारित ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि उपकरणों को जापानी कंपनी द्वारा विश्वविद्यालय स्तर पर प्रदर्शित करवाने का अनुरोध किया।जिससे कि प्रदेश के किसानों को इन उपकरणों का लाभ शीघ्र मिल सके और पर्यावरण संरक्षण हेतु खरपतवार नियंत्रण के लिए सेंसर आधारित मशीनों के विकास पर प्रमुख जोर दिया।इस अवसर पर निदेशक प्रसार डॉक्टर आरके यादव ने जापानी कंपनी द्वारा विकसित तकनीक एवं कृषि उपकरणों को कृषि विज्ञान केन्द्रों पर उनके प्रयोग के लिए कहा जिससे प्रदेश के किसानों को इस तकनीकी का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो।
इस अवसर पर जापान से आए डॉक्टर एसीकावा कोजी प्रोफेसर ऑफ एग्रीकल्चर, डिपार्टमेंट ऑफ़ एनवायरमेंटल साइंस यूनिवर्सिटी ऑफ तामागावा एवं मिस्टर क्यूयुकी वातनावे जनरल मैनेजर सेंसर कंट्रोल सिस्टम एवं कम्युनिकेशन कंपनी टोक्यो भी उपस्थित रहे।