दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। टाइगर रिजर्व के मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करोड़ों की योजनाओं का अनावरण करते हुए टाइगर रिजर्व के बाद तराई हाथी रिजर्व की सौगात दी है। उन्होंने कहा कि वन्य जीव और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक हैं। इनके बिना मानव जीवन संभव नहीं है।पीलीभीत टाइगर रिजर्व के मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस में बनाए गए हेलीपैड पर 1ः36 पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर उतरा। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत करने के लिए वन मंत्री के अलावा भाजपा के विधायक और मंडल आयुक्त एवं आईजी बरेली जोन के साथ जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक मौजूद रहे। हजारों लोगों से भरे पंडाल में योगी आदित्यनाथ का तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया गया। भाजपा समर्थकों ने डिजिटल दीप मोबाइल लाइट जलाकर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया।
एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने देखा पीलीभीत का चूका स्पॉट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीलीभीत के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां की जमीन ही उपजाऊ नहीं है बल्कि जल और पर्यावरण का संतुलन भी देखने को मिलता है। उन्होंने पीलीभीत के किसानों को मेहनती और उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों में सुमार होना बताया। वन प्राणी सप्ताह के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिरकत करने पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने सेल्फी पॉइंट का अनावरण किया, वन विभाग की 11 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया। इसके साथ ही जनपद में ढाई सौ करोड़ की परियोजना का लोकार्पण किया गया। पूर्व में 35 करोड़ पौधा रोपण का लक्ष्य पूरा करते हुए 36 करोड़ 16 लाख वृक्षारोपण को सरकार की उपलब्धि बताया है। इसके साथ ही राज्य पक्षी सारस की संख्या में इजाफा होने पर एक पुस्तक का विमोचन किया गया।
वन विभाग के आंकड़ों में 2022 के दौरान पीलीभीत में 19522 पक्षी गणना में पाए गए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बाघ मित्र मोबाइल ऐप का शुभारंभ भी किया, उन्होंने बताया कि टाइगर अटैक में मृत्यु होने पर सरकार ने पांच लाख सहायता राशि देने की व्यवस्पीथा की है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में उत्कृष्ट कार्य करने पर उपनिदेशक नवीन खंडेलवाल एवं सहयोगी कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। नेपाल और पीलीभीत के वन क्षेत्र को मिलाकर लगा बग्गा कॉरिडोर का शुभारंभ भी योगी आदित्यनाथ के द्वारा किया गया है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़कर 71 हो गई है और इसके लिए उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों की सराहना की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टाइगर रिजर्व के बाद पीलीभीत को तराई हाथी रिजर्व का दर्जा देते हुए वन परियोजनाओं को बेहतरीन की ओर ले जाने की घोषणा की है।
इस मौके पर मुख्य रूप से प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल, आईजी डॉक्टर राकेश सिंह, जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह, वन मंत्री अरुण कुमार, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री केपी मलिक, गन्ना राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, जिला पंचायत अध्यक्ष गुरभाग सिंह, भाजपा विधायक बाबूराम पासवान, विवेक वर्मा बीसलपुर विधायक, स्वामी प्रवक्तानंद बरखेड़ा विधायक, जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह, जिला मंत्री अनुराग अग्निहोत्री, अध्यक्ष डॉ आस्था अग्रवाल, अध्यक्ष शैलेंद्र गुप्ता, राजमणि पासवान, हर्ष प्रधान, वीरेंद्र प्रताप सिंह ध्रुव सहित हजारों की संख्या में भाजपा समर्थक मौजूद रहे।
सीएम ने देखा शारदा सागर
एशिया का सबसे बड़ा बांध शारदा सागर को योगी आदित्यनाथ ने वन विहार के दौरान देखा, उन्होंने पीलीभीत टाइगर रिजर्व में वाटर हट और जंगल सफारी का भी आनंद उठाया।
गोमती उद्गम स्थल नहीं पहुंचे महाराज
माधोटांडा में स्थित प्रसिद्ध गोमती उद्गम स्थल पर योगी आदित्यनाथ नहीं पहुंचे, उनके आगमन से पूर्व इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोमती उद्गम स्थल पर पहुंचकर नदी को प्रवाहित करने के लिए कुछ योजनाओं की घोषणाएं कर सकते हैं। लेकिन तय समय के अनुसार योगी आदित्यनाथ पीलीभीत से देहरादून के लिए रवाना हो गए।
मृतकों के घर जाना भी भूले सीएम
दो दिन पूर्व बनारस में हुए सड़क हादसे में जान गवाने वाले मृतक पीलीभीत के गांव पिपरिया दुलई और रूद्रपुर के निवासी थे। गुरूवार को हजारों लोग उनके अंमित संस्कार में शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री का दौरा वन विभाग तक सीमित रहा। लोगों को उम्मीदें थी कि सीएम मृतकों के घर पहुंचकर शोक व्यक्त करेंगे, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके घरों पर भी नहीं पहुंचे। इसके अलाव मृतक आश्रितों के लिए आर्थिक सहायता राशि भी एक स्वप्न की तरह है।