लखनऊ : एनबीऍफ़जीआर द्वारा ‘विश्व वेटलैंड दिवस’ का आयोजन

भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (एनबीऍफ़जीआर) लखनऊ द्वारा महाराष्ट्र के ठाणे जिले के ऐरोली में तटीय और समुद्री जैव विविधता केंद्र में शुक्रवार को विश्व वेटलैंड (आर्द्र्भूमि) दिवस के अवसर पर महाराष्ट्र सरकार के वन विभाग स्थित मैंग्रोव फाउंडेशन के सहयोग से नवी मुंबई नगर निगम स्कूल ऐरोली और एमिटी विश्वविद्यालय मुंबई में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के पचास छात्रों की उत्साहजनक भागीदारी द्वारा वेटलैंड संरक्षण की आवश्यकता पर केन्द्रित “वेटलैंड्स एंड ह्यूमन वेलबीइंग” विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

छात्रों के लिए इस विषय पर एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गयी,जिसमें छात्रों ने उत्साह पूर्वक भाग लियाI कार्यक्रम में हुए संवाद सत्र के दौरान श्री. प्रशांत बहादुर, रेंज वन अधिकारी वन विभाग महाराष्ट्र सरकार ने “महाराष्ट्र में तटीय आर्द्रभूमि और समुद्री जैव विविधता संरक्षण में मैंग्रोव सेल और मैंग्रोव फाउंडेशन की भूमिका” के बारे में व्याख्यान दिया। इसके बाद कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रिलायंस, मुंबई के अनुसंधान एवं विकास के उपाध्यक्ष डा० शांतनु दासगुप्ता ने ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया।

उन्होंने पर्यावरण और मानव-समाज को आर्द्रभूमि से होने वाले अमूल्य लाभों पर चर्चा की। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के निदेशक डा० उत्तम कुमार सरकार ने पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। डा० सरकार ने आर्द्रभूमि और जैव विविधता संरक्षण के प्रति एनबीऍफ़जीआर के समर्पित प्रयासों पर भी प्रकाश डालाI छात्रों को वहां स्थित एनबीऍफ़जीआर की क्लाउनफ़िश हैचरी सुविधा और मैंग्रोव जैव विविधता पर व्याख्या केंद्र भी दिखाया गया, जो समुद्री पारिस्थितिक तंत्र के बारे में सीखने का एक महत्त्वपूर्ण केंद्र है। डा० टीटी अजित कुमार, प्रधान वैज्ञानिक और कोच्चि, केरल में भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के क्षेत्रीय केंद्र के प्रमुख ने इस कार्यक्रम का समन्वय किया

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