सितंबर में पहली उड़ान के लिए खुद को चाक-चौबंद कर रहा है जेवर एयरपोर्ट

“आगामी 28 जून को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव करेंगे जेवर हवाई अड्डे की प्रगति का निरीक्षण”
“एयरपोर्ट लाबी के लिए उपयुक्त होने वाले स्टील की उपलब्धता पर टाटा स्टील के शीर्ष अधिकारी रमन कपिल भी रहेंगे साथ”


भास्कर समाचार सेवा
गौतमबुद्ध नगर। एशिया के सबसे बड़े निर्माणाधीन जेवर ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का काम अब अपने अंतिम चरण में है और आगामी सितम्बर में यहां से पहली उड़ान भरने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों ने अपनी पूरी शक्ति झौंक दी है। गुरुवार को जहां एयरपोर्ट निर्माण का काम देख रही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) बोर्ड एवं नोएडा एयरपोर्ट की एजीएम की उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें
प्रदेश के मुख्य सचिव की दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में
तीनों प्राधिकरणों के सीईओ यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक एवं नायल के अध्यक्ष डॉ अरुण वीर सिंह,ग्रेटर नॉएडा एन0जी0 रवि कुमार , नोएडा सीईओ लोकेश एम0 ने आनलाईन प्रतिभाग किया। प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल सागर, सचिव वित्त एसएमए रिज़वी, निदेशक नागरिक उड्डयन कुमार हर्ष और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के नोडल ऑफिसर शैलेंद्र भाटिया ने हिस्सा लिया।
इस बोर्ड बैठक में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट जेवर के विकास के सम्बन्ध में हुई प्रगति की समीक्षा की गई। विकासकर्ता जुरिक एयरपोर्ट की एसपीवी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने परियोजना के लिए डिवेलप्मेंट प्लान के अनुसार एयरपोर्ट के विकास के लिए ईपीसी कांट्रैक्टर टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी, रनवे और अन्य संरचनात्मक कार्यों का बारीकी से समीक्षा की गई। इस इन कार्यों के धरातलीय परीक्षण के लिए आगामी 28 जून को मुख्य सचिव एयरपोर्ट साइट का दौरा करेंगे। चूंकि एयरपोर्ट लाबी के लिए उपयुक्त होने वाले स्टील की उपलब्धता को लेकर निर्माण कार्य में जो रुकावटें आईं हैं उनको दूर करने के लिए टाटा स्टील के शीर्ष अधिकारी ( सीईओ ) रमन कपिल भी उनके साथ मौके पर साथ रहेंगे। जिससे तत्काल इस समस्या का हल खोजा जा सके। येडा के सीईओ एवं नायल के प्रमुख डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि अपने वायदे के मुताबिक हम आगामी सितम्बर में जेवर एयरपोर्ट से पहली उड़ान भरने के लिए प्रतिबद्ध हैं इसलिए तमाम एजेंसियों गति को और बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि सितम्बर में यहां से पहली उड़ान का सपना तय समय पर पूरा होगा।

किसानों को पेड़ों मुआवजा, वन्य जीवों को आश्रा भी शीघ्र

जेवर एयरपोर्ट के लिए 6 गांव की अधिकृत की गई जमीन पर लगे पेड़ों का नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ( नायल) शीघ्र भुगतान करेगा। इस क्षेत्र में करीब 600 अलग अलग पेड़ हैं जो या तो रनवे के बीच आ रहे हैं अथवा हवाई अड्डा इमारत के बीच। इन पेड़ों की करीब 16 लाख रुपए की बकाया धनराशि का भुगतान भी शीघ्र कर दिया जाएगा।
जो पेड़ अड़चन पैदा नहीं करेंगे उनको नहीं हटाया जाएगा। इतना ही नहीं इसकी एवज में निर्माण कंपनी ज्यूरिख इससे 10 गुने नए वृक्ष लगाने का कार्य भी करेगा। इसके साथ साथ यहां के वन्य जीवों के लिए भी धनौरी गांव के पास प्रस्तावित वन्य जीव संरक्षण केन्द्र के विकास को भी गति देने का कार्य किया जाएगा। इसके यमुना प्राधिकरण पहले ही वन विभाग को लगभग 5 हेक्टेयर जमीन और 6 करोड़ रुपए मुहैया करा चुका है। इस मद में होने वाली देरी के लिए भी प्राधिकरण नाराज़ है उसने शासन को पत्र लिखकर मांग की है कि अगर वन विभाग इस केन्द्र के विकास में असमर्थ है तो वह स्वयं इसका निर्माण करने में सक्षम है बशर्ते उसे इसके निर्माण की इजाजत मिले।

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