बहराइच: “कुपोषण समाज के लिए कलंक है, इसे जड़ से मिटाना हमारा कर्तव्य”: अनुपमा जायसवाल

बहराइच l “कुपोषण केवल स्वास्थ्य का मुद्दा नहीं, बल्कि यह समाज के विकास में सबसे बड़ी बाधा है, और इससे निपटना हम सभी की ज़िम्मेदारी है,” यह कहना है नगर विधायक अनुपमा जायसवाल का, उन्होंने ब्लॉक हुजूरपुर में राष्ट्रीय पोषण माह के तहत आयोजित गोष्ठी को संबोधित किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कुपोषण को जड़ से मिटाने और बेहतर पोषण के महत्व को जन-जन तक पहुँचाने का था।

कार्यक्रम में उन्होंने 5 गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और 6 माह के बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार कराया, जिससे स्वस्थ शिशु और मातृत्व की दिशा में सार्थक कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा, “सुपोषित भारत, साक्षर भारत और सशक्त भारत” की थीम के साथ इस वर्ष पोषण माह मनाया जा रहा है, जिसमें छह प्रमुख गतिविधियों पर ध्यान दिया जा रहा है, जैसे एनीमिया नियंत्रण, बच्चों का विकास निगरानी, ऊपरी आहार की शुरुआत, “पोषण भी, पढ़ाई भी” अभियान, “एक पेड़ माँ के नाम” कार्यक्रम, और पोषण में प्रौद्योगिकी का उपयोग शामिल है ।


सामुदायिक सहभागिता पर जोर-

कार्यक्रम के दौरान अनुपमा जायसवाल ने समाज के सभी वर्गों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि कुपोषण को समाप्त करने के लिए केवल सरकार नहीं, बल्कि हर नागरिक का योगदान आवश्यक है। उन्होंने ग्राम प्रधान और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की इस अभियान में भागीदारी की सराहना की और इसे सामुदायिक विकास के लिए एक प्रेरणादायक कदम बताया।

आंगनबाड़ी केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका-

सीडीपीओ विमल कुमार ने कार्यक्रम में जानकारी दी कि आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं के माध्यम से समुदाय में पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ाने, आहार पद्धतियों में सुधार करने और कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गर्भवती महिलाओं व किशोरियों को सही पोषण की जानकारी देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को आयरन-फोलिक एसिड की गोलियों की नियमित सलाह दी जा रही है और गंभीर एनीमिया की स्थिति में उन्हें तुरंत स्वास्थ्य केंद्रों में रेफर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कुपोषित बच्चों के लिए विशेष देखभाल की व्यवस्था भी की गई है, जिसके तहत अति-कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा जा रहा है। इसके अलावा, नियमित रूप से बच्चों का वजन और लंबाई मापा जा रहा है ताकि उनकी सेहत पर नजर रखी जा सके।

सभी के सहयोग से संभव होगा कुपोषण मुक्त समाज-

विधायक अनुपमा जायसवाल ने ग्राम प्रधानों और अन्य समुदाय के सदस्यों से अपील की कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और सुनिश्चित करें कि हर घर तक पोषण के महत्व की जानकारी पहुँचे।
कार्यक्रम में एडीओ पंचायत अमर नाथ सोनकर , अजय कुमार सिंह वरिष्ठ सहायक, एपीओ प्रमोद यादव , बीएमएम राजेश कुमार यादव एनआरएलएम, डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम लीड पिरामल फाउंडेशन से मो० युसुफ, बाल रक्षा इकाई से दिनेश सिंह, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं और ग्राम प्रधान सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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