मजेदार, मसालेदार और असरदार है फिल्म “क्रिस्पी रिश्ते”, म्यूजिकल ड्रामा जियो सिनेमा पर उपलब्ध

फ़िल्म रिव्यु : हिंदी फीचर फिल्म “क्रिस्पी रिश्ते”
डायरेक्टर ; जगत सिंह
ऐक्टर्स : जगत सिंह, दिलजोत, मनमीत कौर,
रोनित कपिल
प्रोड्यूसर : सागर श्रीवास्तव
अवधि : 2 घंटे 12 मिनट
रिलीज़ : जियो सिनेमा
रेटिंग : 4 स्टार्स

कहा जाता है कि सिनेमा समाज का आईना होता है। जो कुछ हमारे आस पास घटता है उसे ही कहानी के ताने बाने में बुनकर फ़िल्म के द्वारा पेश किया जाता है। ओटीटी के इस दौर में जियो सिनेमा पर रिलीज हुई प्रोड्यूसर सागर श्रीवास्तव की फ़िल्म “क्रिस्पी रिश्ते” भी एक ऐसी ही कहानी बयां करती है जो हमारी सोसाइटी का सच है। दो चाहने वाले परिवार, समाज के दबाव में आकर कहीं और रिश्ते निभाने चले जाते हैं। बाद में जब उन्हें एहसास होता है तो लगता है कि अब देर हो गई है।

लेखक, निर्देशक और अभिनेता जगत सिंह की फीचर फिल्म “क्रिस्पी रिश्ते” रिश्तों की डोरी में बंधे कुछ किरदारों की ऐसी ही स्टोरी है जिसमे जज़्बात हैं, बलिदान है, हालात की मजबूरी है और इश्क के कई पहलुओं का उजागर होना है।

स्टोरी
फ़िल्म की कथा करण (जगत सिंह) की कन्फ्यूज़्ड लाइफ के बारे में है जो अपने पिता की इच्छा के आगे मजबूर हो जाता है। वह अपनी प्रेमिका नताशा (मनमीत कौर) से रिश्ता तोड़ कर अंजलि (दिलजोत) के साथ सात फेरे ले लेता है। अंजली एक सीधी सादी हिंदुस्तानी महिला है जो करण के दिल मे अपनी जगह बनाने का प्रयास करती है मगर करण को तो उससे कोई लगाव नहीं रहता। फ़िल्म में ट्विस्ट तब आता है जब करण अंजली से कह देता है कि वह इस ज़बरदस्ती की शादी में नहीं रहना चाहता। जब अंजलि को नताशा और करण के अफेयर के बारे में पता चलता है तो वह हैरान रह जाती है। ऐसी स्थिति में वह अपने भरोसेमंद दोस्त विनोद (रोनित कपिल) से सम्पर्क करती है। रिश्तों, भरोसे और बिखराव की इस कहानी में इन चारों कैरेक्टर्स का क्या अंजाम होता है उसके लिए आपको फ़िल्म देखनी होगी।

ऐक्टिंग

यह फिल्म जगत सिंह की अद्भुत अदाकारी की वजह से याद रखी जाने वाली फिल्म है। उन्होंने करण के किरदार को बखूबी निभाया है जिसके कई शेड्स हैं। अदाकारी के प्रति उनकी शिद्दत दर्शकों को साफ नजर आती है। जगत सिंह ने अपनी बॉडी लैंग्वेज, चेहरे के हावभाव और हर सीन में जैसे घुस जाने की खूबी के कारण प्रभावित किया है। अंजली की भूमिका में दिलजोत ने जैसे फूंक दी है। मनमीत कौर नताशा के रोल को और बेहतर ढंग से कर सकती थीं। कहीं कहीं वह ओवर एक्ट करती नजर आईं।

डायरेक्शन

जगत सिंह ने अपनी पहली डायरेक्टोरियल फ़िल्म में फ़िल्म मेकिंग का जादू दर्शाया है। उन्होंने न केवल बखूबी इस फ़िल्म को पेपर पे लिखा है बल्कि उतने ही कलात्मक ढंग से इसे पर्दे पे पेश किया है। तमाम अदाकारों से बढ़िया काम करवाना हो या गीत संगीत को सुंदरता से पिरोना हो जगत सिंह ने अपनी क्षमता दिखाई है।

गीत संगीत

फ़िल्म का सबसे मजबूत पहलू इसका गीत संगीत है। 15 गीतों में से एक गीत भी लिप-सिंक नहीं है और सभी गाने कहानी को बयां करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। स्वर्गीय सिंगर केके के आखरी कुछ गीतों में से एक गीत इस फ़िल्म का भी हिस्सा है। श्रेया घोषाल, मोहित चौहान, पपॉन, साबरी ब्रदर्स, जुबिन नौटियाल, नक्काश अजीज, ऋचा शर्मा, अल्तमश फरीदी जैसी कुछ अद्भुत आवाज़ें इस के संगीत को सदाबहार बनाती हैं। निष्कर्ष यह कि क्रिस्पी रिश्ते वाकई एक मजेदार, मसालेदार और असरदार सिनेमा है जिसे जियो सिनेमा पर देखा जा सकता है।

एडिटिंग

फ़िल्म को एडिटिंग टेबुल पर और टाइट किया जा सकता था। ऐसा लगता है कि इसकी अवधि थोड़ी कम की जा सकती थी।

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