-लाखों भारतीय छात्र भविष्य को लेकर चिंतित
ओटावा । कनाडा सरकार के एक फरमान ने भारतीय छात्रों को मुश्किल में डाल दिया है। यहां पढ़ाई कर रहे छात्रों से इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज एंड सिटिजनशिप कनाडा (आईआरसीसी) विभाग ने हाल ही में हजारों छात्रों को ईमेल भेजकर उनके स्टडी परमिट, वीजा दस्तावेज, अटेंडेंस रिकॉर्ड और शैक्षणिक प्रमाणपत्र जमा करने को कहा है। इससे लाखों भारतीय छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंता में पड़ गए हैं।
आईआरसीसी की ओर से भेजे गए ईमेल में कहा गया है कि छात्रों को व्यक्तिगत रूप से भी उपस्थित होना पड़ सकता है। यह ईमेल उन छात्रों को भी मिला है जिनके पास पहले से दो साल या उससे अधिक की वैधता वाले वीजा हैं। इस कदम ने भारतीय छात्रों को गहरी चिंता में डाल दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब और हैदराबाद के छात्रों के बीच इस ईमेल की चर्चा तेजी से फैल रही है। कई छात्रों का कहना है कि यह नीति न केवल उनकी पढ़ाई को बाधित कर रही है बल्कि उनके भविष्य पर भी सवाल खड़ा कर रही है।
ब्रिटिश कोलंबिया में पढ़ाई कर रही मनीषा पटेल ने कहा कि उन्होंने कनाडा को उसके स्वागत करने वाले माहौल के लिए चुना था, लेकिन अब यह निर्णय अनुचित लगता है। मनीषा के मुताबिक, वह पहले से ही अपनी पढ़ाई के साथ इंटर्नशिप पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कनाडा में भारतीय छात्रों की संख्या लगभग 4.2 लाख है, जो किसी भी अन्य देश से ज्यादा है। छात्रों के बीच अचानक आए इन ईमेल ने भविष्य को लेकर डर पैदा कर दिया है। भारत सरकार ने छात्रों को सभी दस्तावेज समय पर तैयार रखने और स्थिति का शांतिपूर्वक सामना करने की सलाह दी है। कनाडा का यह कदम विदेशी छात्रों की नीति में बड़े बदलाव का संकेत देता है, लेकिन इससे छात्रों की चिंताएं बढ़ गई हैं।