Maha Kumbh 2025 : महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को सिखाएंगे अधिकार पाने के डिजिटल हथियार

डिजिटल महाकुम्भ

संगम की रेत पर पहली बार मिलेगा सूचना का अधिकार

महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालु कर सकेंगे आरटीआई का उपयोग

शासन और प्रशासन से कर सकेंगे सवाल, देना होगा जवाब

जनता को सूचना के अधिकार से जुड़े हर पहलू की जानकारी देने आ रहे सभी सूचना आयुक्त

सदन में जो सवाल सांसद और विधायक पूछते हैं, वही आप भी पूछ सकते हैं शासन प्रशासन से

सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से महाकुम्भ में होगा भ्रष्टाचार पर प्रहार

महाकुम्भनगर, 22 दिसंबर : संगम की रेत पर पहली बार आम जनता को सूचना का अधिकार मिलने जा रहा है। सदन में जो सवाल सांसद और विधायक पूछते हैं, वही शासन प्रशासन से आप भी पूछ सकते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर लगातार भ्रष्टाचार पर प्रहार किया जा रहा है। इसी क्रम में जनता को सूचना के अधिकार से जुड़े हर पहलू की हर जानकारी देने सभी सूचना आयुक्त महाकुम्भ आ रहे हैं। सबसे खास बात ये है कि महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को अधिकार पाने के डिजिटल तरीके सिखाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार महाकुम्भ का इतने बड़े स्तर पर डिजिटलीकरण कर रहे हैं। पीएम और सीएम के इस अभियान को उत्तर प्रदेश के सूचना आयोग ने आगे बढ़ाने का फैसला किया है। इसी योजना के अंतर्गत सभी सूचना आयुक्त चाहते हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में डिजिटल माध्यम से भी लड़ाई लड़ी जाए। तभी भ्रष्टाचारियों पर जीत हासिल करने में सुविधा होगी। इसके लिए डिजिटल माध्यम को हथियार बनाए जाने की जरूरत है। सूचना आयोग की ओर से एक कैंप लगाया जाएगा, जिसमें डिजिटल एक्सपर्ट श्रद्धालुओं को गूगल, फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम और वॉट्सएप के माध्यम से सूचना अधिकार मिलने में होने वाली सुविधा के बारे में विस्तार से बताएंगे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार के महाकुम्भ को पिछले सभी कुम्भ से ज्यादा दिव्य और भव्य बनाना चाहते हैं। देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उन्होंने सुरक्षा, स्वच्छता और डिजिटल महाकुम्भ की योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए महत्वपूर्ण अफसरों की बड़ी टीम यहां महाकुम्भ नगर में तैनात की है। उत्तर प्रदेश के राज्य सूचना आयुक्त वीरेंद्र वत्स कहते हैं कि मुख्यमंत्री योगी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त माहौल बनाया जाए। आम जनता के अधिकारों का हनन कोई न करने पाए। इसके तहत महाकुम्भ में भी आने वाले श्रद्धालुओं को जागरूक करने की तैयारी की जा रही है।
वीरेंद्र वत्स ने कहा कि यह पहला मौका रहेगा, जब महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को उनके अधिकारों की इतने वृहद स्तर पर जानकारी दी जाएगी।
संगम की रेत पर पहली बार जनता को सूचना का अधिकार मिलने जा रहा है। यहां आए हुए लोग जानेंगे कि किस प्रकार से अपने अधिकारों का प्रयोग किया जाए। साथ ही किसी भी तरह से होने वाले अन्याय के खिलाफ जनता के साथ सरकार मुस्तैदी से खड़ी है, इसकी भी उन्हें जानकारी दी जाएगी। यहां जनता को सूचना के अधिकार से जुड़े हर पहलू की जानकारी मिलेगी। महाकुम्भ नगर में जागरूकता के इस कार्यक्रम में सभी सूचना आयुक्त जनता के साथ मिल बैठकर मंथन करेंगे। इसी के साथ आम आदमी की राय भी ली जाएगी। सूचना अधिकार के और बेहतर इस्तेमाल के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस बारे में भी मुख्य सूचना आयुक्त के साथ सभी सूचना आयुक्त श्रद्धालुओं से मशविरा करेंगे।

किताबों के माध्यम से जगाई जाएगी रुचि

महाकुम्भ दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन बनने जा रहा है। इसमें देश दुनिया ब्रांड यूपी का चमत्कार देखेगी। इसके लिए श्रद्धालुओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए राज्य सूचना आयोग की तरफ से अभियान चलाया जाएगा। जिसमें किताबों के माध्यम से लोगों की रुचि जगाई जाएगी। बड़े पैमाने पर लोगों को आरटीआई के तहत मोटिवेट किए जाने की तैयारी है।

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