महाकुंभ : प्रयागराज पहुंचे पीएम मोदी, कुछ देर में करेंगे संगम स्नान

प्रायगराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रयागराज महाकुंभ मेला यात्रा इस वर्ष एक विशेष महत्व रखती है। वे आज संगम में स्नान करने के लिए पहुंचे हैं। पीएम मोदी का स्वागत करने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक बमरौली एयरपोर्ट पर पहुंचे। सीएम योगी ने पीएम मोदी का स्वागत किया।

आज महाकुंभ में पीएम मोदी साधु-संतों से मुलाकात कर सकते हैं। वे करीब ढाई घंटे प्रयागराज में रहेंगे।बता दें कि पीएम मोदी 54 दिन में दूसरी बार महाकुंभ आए हैं। इससे पहले वे 13 दिसंबर को यहां आए थे।

महाकुंभ मेला, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है, लाखों श्रद्धालुओं और संतों का संगम बनता है। इस मेले का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व बहुत गहरा है, और इसे लेकर भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में श्रद्धा का एक अद्भुत रूप देखने को मिलता है।

प्रयागराज के संगम स्थल पर स्नान करने को विशेष रूप से पुण्यदायिनी माना जाता है। मान्यता के अनुसार, यहां स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। प्रधानमंत्री मोदी का इस स्थल पर पहुंचना और वहां स्नान करना एक बड़े धार्मिक और राजनीतिक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। इसके माध्यम से वे न केवल अपने धार्मिक विश्वास को दिखाते हैं, बल्कि इस आयोजन को वैश्विक स्तर पर भी भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर के रूप में प्रस्तुत करते हैं।

महाकुंभ मेला हर बार भारतीय संस्कृति की विराटता को प्रदर्शित करता है, जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु, साधु-संत, और अन्य लोग संगम के तट पर इकट्ठा होते हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक है, बल्कि इसका सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। इस बार महाकुंभ में खास बात यह भी है कि सरकार ने बुनियादी ढांचे, सफाई व्यवस्था, और सुरक्षा को लेकर कई उपाय किए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके। इसके अलावा, डिजिटल सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे लोग अपने अनुभवों को ऑनलाइन साझा कर सकें और आयोजन को और भी सुलभ बनाया जा सके।

प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे के दौरान वे न केवल धार्मिक आयोजनों में शामिल होंगे, बल्कि संगम क्षेत्र के विकास और वहां हो रहे कार्यों की भी समीक्षा करेंगे। इस बार महाकुंभ में बड़े पैमाने पर जल संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा के उपाय भी किए गए हैं, ताकि इस पवित्र स्थल को संरक्षित रखा जा सके।

सम्पूर्ण महाकुंभ मेला न केवल हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए, बल्कि भारत के समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को समझने और महसूस करने के लिए एक अद्वितीय अवसर है। प्रधानमंत्री मोदी का संगम में स्नान करना इस ऐतिहासिक और धार्मिक क्षण का हिस्सा बन चुका है, और उनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया है।

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