संतान की चाह में दूसरे की बेटी को कुर्बान करने वाली हैवान महिला, गिरफ्तार
मासूम की लाश के पास मिली रस्सी और पॉलिथीन ने सुलझाई हत्या की गुत्थी
तांत्रिक पति के साथ मिलकर हत्या फिर जादू टोने के बाद नाले में फेंका था शव
फंसने के डर से तांत्रिक पति ने फांसी लगाकर कर ली थी खुदकुशी,
दुबग्गा पुलिस और क्राइम ब्रांच ने किया वारदात का पर्दाफाश
लखनऊ। ना तुम्हारे हाथ कापे ना दिल बेचैन हुआ आराध्या तो मासूम थी। खेलने कूदने की उम्र में घर की जिम्मेदारी समझने लगी थी। रोज अलग से सब्जी बेचकर चंद पैसे लाकर मां को देती थी। तुम्हें औलाद ही चाहिए थी। लेकिन किसी और की बेटी को बेरहमी से कुर्बान कर आखिर क्या मिला डायन भी सात घर छोड़ देती है। कुछ ऐसी ही बातें मासूम आराध्या की मां कहते हुए फूट फूटकर बिलख रही आराध्या तो कभी वापस नहीं लौटेगी मगर दूसरे की संतान को मारने वाले हमेशा सलाखों के पीछे तड़पते रहेंगे। बहरहाल गुरुवार पश्चिमी जोन की दुबग्गा पुलिस और क्राइम ब्रांच ने हैवान महिला जुगनू पत्नी सोनू पंडित को पकड़कर वारदात का राजफाश कर दिया।
कैसे दोनों पति पत्नी ने दिया दिल दहला देने वाली हत्या को अंजाम
मृतक आरोपी सोनू मूलरूप से जनपद हरदोई का रहने वाला था। जो दुबग्गा में किराए पर मकान लेकर पत्नी जुगनू के साथ रहकर साइकिल पर क्रीम पाउडर मोहल्ले-मोहल्ले बेचता। इन दोनों को सालों से कोई संतान नहीं थी वहीं सोनू तांत्रिक विद्या में माहिर था। जिसके बाद इसे नाबालिग बच्ची की बलि देने की तैयारी की और पत्नी को राजी कर तलाश में जुट गया 23 जनवरी को आराध्य सब्जी बेचते हुए सोनू के मोहल्ले पहुंची जहां पत्नी जुगनू सब्जी खरीदने के बहाने अंदर बुलाया चाय पिलाया जिसके सोनू पहुंचा उसने आराध्या को देखा और कहां की तंत्र मंत्र के हिसाब से ये बच्ची पूरी तरह सही जिसके बाद सोनू ने तंत्र मंत्र किए हुए कलावा से गला घोंटना शुरू किया और जुगनू ने मुंह दबाए रखा कुछ मिनट बाद आराध्या खामोश हो गई जिसके इन दोनों रात के करीब 12 बजे मासूम की लाश पर तांत्रिक विद्या करना शुरू किया और उसके कपड़े उतारकर लाल रंग के कपड़े पहना कर गले में माला और लौंग चूड़िया रखकर क्रिया करते रहे। जिसके बाद गेंदे के फूल सिंदूर लौंग एक पॉलिथीन में रखकर टांग दी।
मासूम की लाश को कैसे लगाया ठिकाने
तंत्र मंत्र क्रिया के बाद जब घड़ी में चार बजा तो सोनू ने कहा दिन के 12 बजे से पहले लाश को माला और लौंग के साथ किसी गंदे पानी में छोड़ना पड़ेगा नहीं तो सारी क्रिया बेकार जाएगी। फिर दोनों ने क्रीम पाउडर लाने वाली बड़ी पॉलिथीन में शव को रखा और फेरी वाली साइकिल पर लदे बॉक्स के अंदर रखा और अगल बगल क्रीम के डिब्बे लगाकर ढक दिया। ऊपर से कागज लगाकर रस्सी से बंधा और फिर साइकिल पर रखकर सुबह के वक्त करीब सात से साढ़े सात के बीच ले जाकर सैरपुर स्थित नाले में फेंक दिया।
कैसे पुलिस ने वारदात का किया पर्दाफाश
जब मासूम घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई और पुलिस तलाश में जुटी लेकिन कुछ पता नहीं चला लेकिन आठ दिन बाद सैरपुर के पास नाले में शव मिलने से हड़कंप मच गया शिनाख्त गुमशुदा आराध्या के रूप में हुई । जिसके बाद डीसीपी पश्चिम की दुबग्गा पुलिस और खासतौर पर क्राइम ब्रांच प्रभारी शिवानंद मिश्रा को वारदात के पर्दाफाश के लिए लगाया गया। टीमों ने सीसीटीवी कैमरे देखे तमाम कठिया जोड़ी तो कई जानकारियां मिली जिसके बाद कुछ लोगों को शक के बुनियाद पर पूछताछ के लिए बुलाया गया बाद में अचानक सोनू ने फांसी लगा ली। पुलिस को नाले के पास से जो चूड़ियों के डिब्बे पर बांधने वाली रस्सी और पॉलिथीन मिली थी। जब सोनू के घर पहुंचकर तलाशी हुई तो वहीं रस्सी का टुकड़ा और सफेद पॉलिथीन बरामद हुई। जो शव के पास मिला था। टीम का शक गहरा हो गया जिसके गुरुवार को सोनू की पत्नी जुगनू को गिरफ्तार कर साइकिल, रस्सी, सफेद पन्नी, फूल और लौंग, मोबाइल बरामद कर आरोपी महिला को सलाखों के पीछे भेज दिया।