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सऊदी अरब ने हज यात्रियों के लिए नियमों में कई बड़े बदलाव किए हैं. ये बदलाव इसी साल से लागू हो रहे हैं. मसलन, अब हज पर जाने वाले यात्री अपने साथ बच्चों को नहीं ले जा पाएंगे. यात्रा को लेकर कई और नियमों में भी बदलाव किया गया है.पहली बार यात्रा करने वाले लोगों को पहले यात्रा कर चुके हज यात्रियों की तुलना में कुछ वरीयताएं दी गईं हैं. बताया जा रहा है कि नियमों में किए गए ये बदलाव भीड़ को कम करने के लिए किए जा रहे हैं.
क्या-क्या हैं नए नियम?
आपको बता दें कि इस बार हज के लिए सऊदी सरकार ने नियमों में भी कुछ बदलाव किए हैं. हज के दौरान विवाहित जोड़े को अब एक ही कमरे में रहने की अनुमति नहीं है. यह नया नियम हज 2025 से लागू होगा. पुरुष और महिला तीर्थयात्रियों को अलग-अलग कमरों में रखा जाएगा और पुरुषों को महिला तीर्थयात्रियों के कमरे में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी. द वोकल न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, भले ही पति और पत्नी कमरा शेयर नहीं करेंगे लेकिन आसानी के लिए उनके कमरे पास-पास होंगे. महिला तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और प्राइवेसी बढ़ाने के उद्देश्य से यह किया गया है.
हज 2025 के लिए नए नियम
- तीर्थयात्रियों के साथ बच्चे हज यात्रा में शामिल नहीं हो सकेंगे।
- नए यात्रियों को उन लोगों की तुलना में प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्होंने पहले हज कर लिया है.
- तीर्थ स्थलों पर भीड़ नियंत्रण के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा.
- शिविरों, रास्तों और रहने की व्यवस्थाओं को अधिक आरामदायक और सुगम बनाया जाएगा.
- तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सख्त मानक अपनाए जाएंगे.
- 70 साल की जगह अब 65 साल की उम्र के यात्री ही जा पाएंगे.
जून में होगा हज
बताया जा रहा है कि हज यात्री भारत से 29 अप्रैल से 30 मई, 2025 के बीच सऊदी जाएंगे है. हज के मुख्य अनुष्ठान 3 जून से 8 जून तक किए जाएंगे. यह तीर्थयात्रा का सबसे महत्वपूर्ण चरण है, जहां लाखों मुसलमान अनुष्ठान करने के लिए मक्का में इकट्ठा होते हैं. हज पूरा करने के बाद तीर्थयात्री अपनी वापसी यात्रा शुरू करेंगे. अभी तक 70 साल से ज्यादा उम्र के तीर्थयात्रियों को एक साथी लाने की अनुमति थी. नए नियमों में ये आयु सीमा को घटाकर 65 वर्ष कर दी गई है.
सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय के नए नियमों का मकसद
नए नियमों के मुताबिक हज यात्रा पर बच्चों को साथ ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. पहली बार जा रहे लोगों को पहले हज कर चुके लोगों की तुलना में प्राथमिकता मिलेगी. सेहत से जुड़े मानकों को भी सख्त बनाया गया है. साथ ही कई रास्तों को भी और सुविधाजनक बनाया जा रहा है. सऊदी अरब की सरकार का कहना है कि नए कायदे-कानूनों से हज यात्रा आसान होगी.कहा जा रहा है कि भीड़ कम होगी और अगर भीड़ हुई भी तो उसे आसानी से नियंत्रित भी किया जा सकेगा.सऊदी अरब की वीज़ा नीति में बदलाव भी हज के मायने से काफी अहम हैं. कई देशों के लिए विजा नियमों में भी बदलाव की बात कही जा रही है.
वीज़ा नियमों मे बदलाव से 14 देशों पर ज़्यादा असर होगा
- अल्जीरिया
- बांग्लादेश
- मिस्र
- इथोपिया
- भारत
- इंडोनेशिया
- इराक
- जॉर्डन
- मोरक्को
- नाइजीरिया
- पाकिस्तान
- सूडान
- ट्यूनिशिया
- यमन
अब इन देशों के लोगों को सऊदी अरब सरकार वीज़ा पर एक बार ही एंट्री देगी. पहले वो एक निश्चित समय के दौरान कितनी भी बार सऊदी अरब में आ-जा सकते थे. लेकिन इसका दुरुपयोग होता था, मल्टीपल एंट्री वीज़ा वाले लोग हज के दौरान सऊदी अरब पहुंच जाते थे और बिना रजिस्ट्रेशन के ही हज यात्रा करते थे,इसकी वजह से भी भीड़-भाड़ हो जाती थी. पाकिस्तान पर आरोप लगता था कि हज के दौरान उसके यहां से लोगों की एक बड़ी संख्या सिर्फ़ भीख मांगने के लिए सऊदी अरब पहुंच जाती है. लेकिन अब इस पर रोक लग जाएगी.