बदल रहा है बिहार! सर्वे में तेजस्वी यादव को बढ़त, नीतीश के लिए मुश्किल वक्त?

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमाने लगा है. इस चुनावी साल में, जहां एनडीए (NDA) और इंडिया (INDIA) गठबंधन अपनी चुनावी रणनीतियों को मजबूत करने में जुटे हैं. वहीं मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. सीटों के बंटवारे के अलावा, कौन पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा होगा, इस पर राजनीतिक हलचल जारी है. हाल ही में C वोटर के एक सर्वे ने इस मुद्दे को और दिलचस्प बना दिया है, जिसमें मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे पसंदीदा चेहरे का खुलासा हुआ है.

 C वोटर के ओपिनियन पोल में तेजस्वी यादव को 36% समर्थन मिला है, जो उन्हें सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाता है. इस सर्वे में नीतीश कुमार को 15% समर्थन प्राप्त हुआ है, जबकि प्रशांत किशोर को 17% लोगों का समर्थन मिला. इसके अलावा बीजेपी के सम्राट चौधरी को 13% और एलजेपी के चिराग पासवान को 6% लोगों ने सीएम पद के लिए समर्थन दिया. इस सर्वे ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की लोकप्रियता में गिरावट और सम्राट चौधरी, प्रशांत किशोर, और चिराग पासवान की लोकप्रियता में बढ़ोतरी की भी जानकारी दी है. 

नीतीश ही होंगे सीएम: निशांत

इस बीच, नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने एक बड़ा बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत हुई थी. निशांत कुमार के मुताबिक, अमित शाह ने यह स्पष्ट किया कि आगामी चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और वह ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. इससे यह संकेत मिलता है कि एनडीए एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनावी मैदान में उतरेगा, जिससे पार्टी के भीतर विश्वास की भावना बढ़ी है. 

पहले हो सकता है चुनाव

हालांकि, बिहार की वर्तमान सरकार का कार्यकाल नवंबर 2025 तक है, फिर भी समय से पहले चुनाव की अटकलें लगाई जा रही हैं. सभी राजनीतिक दल अब जनता के मूड को समझने में लगे हुए हैं. C वोटर जैसे सर्वे जनता की प्राथमिकताओं को जाहिर करते हैं, लेकिन अंतिम फैसला तो वोटिंग के दौरान ही होगा. यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की सत्ता का अगला कप्तान कौन बनेगा- क्या तेजस्वी यादव सत्ता में आएंगे, या फिर नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे. इसी बीच मुकेश सहनी ने बयान दिया था कि तेजस्वी ही सीएम बनेंगे.

वोटिंग की तारीख पर है निगाहें

सीटों के बंटवारे और मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर दोनों प्रमुख गठबंधनों के बीच राजनीतिक सरगर्मी बनी हुई है. इन चुनावी तैयारियों के बीच जनता का मूड और अंतिम चुनावी नतीजे यह तय करेंगे कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. इस बार के चुनाव में किसी का भी जीतना या हारना सियासी समीकरणों को बदल सकता है, इस लिए सभी की निगाहें वोटिंग की तारीख पर टिकी हुई हैं. 

2020 में तीन चरणों में हुई थी वोटिंग

बिहार विधानसभा चुनाव में 2020 के नतीजे को लेकर भी राजनीतिक दलों के बीच चर्चा जारी है. अक्टूबर 2020 में हुए चुनाव में तीन चरणों में वोटिंग हुई थी और परिणाम नवंबर 2020 में घोषित हुए थे. 2025 के चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के बीच सियासी चालें तेज हो चुकी हैं, जिससे आगामी चुनाव और भी दिलचस्प हो गए हैं.

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