
India shuts airspace for Pakistan : भारत ने 30 अप्रैल को पाकिस्तान के सभी पंजीकृत, संचालित या पट्टे पर लिए गए विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है. इसमें वाणिज्यिक और सैन्य दोनों विमान शामिल हैं. यह निर्णय 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद लिया गया, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे. भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान-समर्थित आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है.
यह हवाई क्षेत्र प्रतिबंध 30 अप्रैल से 23 मई 2025 तक प्रभावी रहेगा. इससे पहले, पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है.
PIA को लगा बड़ा झटका
इस कदम से पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) को अपने पूर्वी मार्गों, जैसे बीजिंग और कुआलालंपुर, के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना पड़ेगा, जिससे उड़ान की दूरी और समय दोनों बढ़ सकते हैं. यह काफी खर्चीला भी होगा. भारत ने इसके जरिए आतंक के खिलाफ सख्त संदेश दिया है कि देश पर हमला बर्दाश्त नहीं होगा! भारत के इस निर्णय से क्षेत्रीय तनाव और बढ़ सकता है और दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में और खटास आ सकती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने की उच्चस्तरीय बैठक
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह भी शामिल हुए.
राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी से की मुलाकात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को 7, लोक कल्याण मार्ग पर पीएम मोदी से मुलाकात की. बैठक से एक दिन पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान ने पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर कुछ फैसलों पर रक्षा मंत्री को जानकारी दी थी. सरकार ने कहा है कि आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों और इसके पीछे के साजिशकर्ताओं को कड़ी सजा मिलेगी.
आतंकी हमले के बाद सरकार ने बुलाई थी सर्वदलीय बैठक
- पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी.
- विपक्षी दलों ने हमले के अपराधियों के खिलाफ सरकार द्वारा की जाने वाली किसी भी कार्रवाई के लिए अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया है.
- पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई.
- CCS को दी गई ब्रीफिंग में आतंकी हमले के सीमा पार संबंधों को सामने लाया गया.
- सरकार ने सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए सिंधु जल संधि को स्थगित करने सहित कई उपायों की घोषणा की है.