जानिए कौन था करीम लाला, जिससे इंदिरा गांधी के मिलने का दावा कर राउत ने मचा दी सनसनी

शिवसेना सांसद संजय राउत ने उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ा दी है। महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोग से बनी सरकार को अभी दो महीने भी नहीं हुए हैं। राउत कांग्रेस को निशाने पर ले रहे हैं। संजय राउत ने अब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि इंदिरा के डॉन करीम लाला से संबंध थे। वह करीम से दक्षिणी मुंबई के पायधोनी में मुलाकात करती थीं। उन्होंने कहा कि एक दौर था जब मुंबई के अंडरवर्ल्ड में दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी  तीन डॉन होते थे। वे तय करते थे कि पुलिस कमिश्नर कौन होगा ? कौन सचिवालय में बैठेगा ? आइए जानते हैं कौन है करीम लाला ?

करीम लाला का असली नाम अब्दुल करीम शेर खान था। लाला का जन्म 1911 में अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में हुआ था। वह पश्तून था और करीब 21 साल की उम्र में काम की तलाश में भारत आया था। करीम लाला संपन्न परिवार से था। ज्यादा पैसा कमाने के लिए उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा।

सबसे पहले जूए का अड्डा खोला

करीम लाला ने मुंबई में सबसे पहले एक मकान किराए पर लिया है। जहां सोशल क्लब नाम से एक जूए का अड्डा खोला। क्लब में जुआ खेलने कई नामी-गिरामी सेठ आते थे। जुए के साथ लाला ने गहनों, सोने, हीरों की तस्करी का काम शुरू किया। स्वतंत्रता से पहले तक उसने काफी पैसा कमा लिया था। इसके बाद उसने मुंबई में कई जगहों पर शराब और जुए के अड्डे खोल दिए थे।

लोगों का मसीहा था करीम लाला

करीम लाला लोगों के मामलों में मध्यस्थ के तौर पर शामिल होकर उन्हें सुलझाता था। वो इतना लोकप्रिय बन गया था कि हर समाज और संप्रदाय के लोग उसके पास मदद मांगने जाते थे। मुंबई में उसके घर पर हर शाम जनता दरबार लगता था। जहां वो लोगों से मिलता और जरूरतमंदों और गरीबों की मदद करता था।

वर्चस्व की लड़ाई

एक समय मुंबई में करीम लाला, हाजी मस्तान और वरदाराजन अपना वर्चस्व स्थापित करने में लगे थे। धंधे को हो रहे नुकसान को देखते हुए तीनों ने मिलकर काम और इलाकों का आपस में बंटवारा कर लिया। तीनों अपने-अपने क्षेत्र में काम करने लगे।

दाऊद इब्राहिम को पीटा था

मुंबई पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल इब्राहिम कासकर के दो बेटे दाऊद इब्राहिम और शब्बीर इब्राहिम हाजी मस्तान की गैंग से जुड़ गए थे। दोनों ने करीम लाला के क्षेत्र में तस्करी का धंधा शुरू किया था। इससे नाराज होकर करीम लाला ने दाऊद को जमकर पीटा था। बड़ी मुश्किल से दाऊद ने अपनी जान बचाई थी। दोनों के बीच दुश्मनी और नफरत काफी बढ़ गई और करीम लाला ने दाऊद के भाई शब्बीर की हत्या कर दी। अपने भाई को खोने के बाद दाऊद ने करीम लाला के भाई रहीम खान की हत्या कर दी। करीम लाला की 90 साल की आयु में 19 फरवरी 2002 को मुंबई में मौत हो गई।