2017 से थी चेतावनी, पर किसी ने नहीं सुनी…अब तक 13 लोगों की मौत, वडोदरा ब्रिज हादसे का जिम्मेदार कौन?

गुजरात के वडोदरा में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसे में गंभीरा पुल का एक बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया, जिससे पांच वाहन महिसागर नदी में गिर गए। इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 9 लोगों को बचाया गया है. ये ब्रिज वडोदरा और आनंद को जोड़ता था, जहां से हर दिन बड़ी संख्या में लोग सफर करते थे. यह हादसा प्रशासन की लापरवाही और वर्षों से जर्जर हो चुकी पुल की अनदेखी का नतीजा बताया जा रहा है.

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का एलान किया है. साथ ही मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं, सवाल यह उठता है कि क्या इतनी मौतों के बाद भी सिस्टम जागेगा?

हादसे में पांच वाहन गिरे नदी में

वडोदरा कलेक्टर अनिल धामेलिया के अनुसार, ब्रिज गिरते ही दो ट्रक, दो वैन और एक ऑटो रिक्शा सीधे महिसागर नदी में गिर गए. वीडियो फुटेज में देखा गया कि एक ट्रक ब्रिज के टूटी हुई स्लैब पर खतरनाक तरीके से लटका हुआ है. आठ घंटे बाद भी वह ट्रक वहां फंसा हुआ था. 

मुआवजे की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. वहीं मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ₹4 लाख मुआवजा देने की घोषणा की और घायलों को ₹50,000 देने का ऐलान किया. गुजरात के वडोदरा में पुल हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुखद है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.

जांच के आदेश, लेकिन सवाल बने हुए हैं

मुख्यमंत्री ने तत्काल चीफ इंजीनियर, ब्रिज डिजाइन टीम और दो प्राइवेट एक्सपर्ट्स को मौके पर भेजकर जांच कराने का आदेश दिया है. साथ ही विस्तृत तकनीकी रिपोर्ट भी मांगी गई है, सड़क निर्माण विभाग को तत्काल जांच का आदेश दिया गया है. रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की जाएगी. 

2017 से थी चेतावनी, पर किसी ने नहीं सुनी

गंभीरा पुल का निर्माण 1981 में शुरू हुआ और 1985 में इसे जनता के लिए खोला गया. साल 2017 में कांग्रेस पार्टी ने इसकी हालत खराब बताते हुए भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने की मांग की थी. 15 दिन पहले पुलिस और स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी इसकी स्थिति का जायजा लिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. हादसे के बाद टैंकर में बैठा चालक सुरक्षित निकल गया, लेकिन तब से वह लापता है। वहीं एक और ट्रक को निकालने के लिए क्रेन और JCB की मदद ली जा रही है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है.

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