
उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर जारी है. कई जिलों में नदियां उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है. सड़कों पर जलभराव से आम जनजीवन प्रभावित है. प्रशासन ने राहत-बचाव कार्य तेज कर दिए हैं. वहीं प्रदेश के लखीमपुर खीरी के निघासन तहसील क्षेत्र के ग्रंट नंबर-12 गांव में शारदा नदी की कटान से हालात बिगड़ गए हैं. पिछले साल 28 मकान नदी में बह गए थे और इस साल अब तक 9 मकान और एक शिव मंदिर नदी में समा चुके हैं. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि उनकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहे. उन्होंने मुआवजे के साथ जमीन की भी मांग की है, ताकि वे सुरक्षित पुनर्वास कर सकें. एसडीएम ने कहा है कि राजस्व विभाग की टीम गांव में है और सहायता प्रदान कर रही है.
उन्नाव में गंगा उफान पर खतरे के निशान के करीब जलस्तर
उन्नाव : उन्नाव जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. ताजा जानकारी के अनुसार गंगा नदी 112 मीटर चेतावनी बिंदु से ऊपर बह रही है. वर्तमान जलस्तर 113.100 मीटर दर्ज किया गया है. गंगा का डेंजर जोन 114 मीटर निर्धारित है. ऐसे में नदी अब खतरे के निशान से महज कुछ सेंटीमीटर नीचे बह रही है. प्रशासन ने निचले इलाकों के ग्रामीणों को सतर्क रहने और एहतियात बरतने की सलाह दी है. बाढ़ की संभावित स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने निगरानी तेज कर दी है. राजस्व विभाग, बाढ़ खंड और स्थानीय पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है. प्रभावित क्षेत्रों में मुनादी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर जाने की अपील की जा रही है.
कानपुर में गंगा का जलस्तर 113 मीटर पार, बाढ़ में डूबे गांवों के हालात गंभीर
कानपुर : कानपुर में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर गया है, जिसके परिणामस्वरूप गंगा के आसपास के गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. सड़कों और खेतों में पानी भरने से लोगों को आने-जाने में कठिनाइयां हो रही हैं. सोमवार को गंगा का जलस्तर 113 मीटर से ऊपर दर्ज किया गया. कई स्थानों पर लोग अपने घरों की छतों पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं. गंगा बैराज के आसपास के 10 गाँवों में बाढ़ का पानी इस कदर भर चुका है कि ग्रामीण ट्रैक्टर और नाव का सहारा ले रहे हैं. मवेशियों को भी चारे की कमी हो रही है. इसके बावजूद लोग गांव छोड़ने को तैयार नहीं हैं. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर अभी खतरे के निशान से दूर है और स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है.
फर्रुखाबाद में खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा, कई गांवों में बाढ़ का कहर
फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में गंगा का जलस्तर घटने के बावजूद खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जबकि रामगंगा का जलस्तर बढ़कर खतरे के निशान पर पहुंच चुका है. ग्रामीणों के मुताबिक बाढ़ के क्षेत्र, गंगा के तटवर्ती गांव मंझा की मडिया, फखरपुर, माखन नगला, रामपुर,जगतपुर, उदयपुर, कंचन, तीस राम की मडिया, सुंदरपुर, नगला दुर्गू, करनपुर घाट, कुडरी सारंगपुर व सैदापुर व गांव में पानी घुस गया है. चित्रकूट व राजेपुर डिप पर पानी तेज धार से बहने से बदायूं मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है. राम गंगा खतरे के निशान पर पहुंचते ही बाढ़ आने की आशंका से तटवर्ती गांव अमैयापुर, गु, हीरानगर, भावन, अहलादादपुर भटौली,कोलासोता के ग्रामीण धड़कनें बढ़ गई हैं. सीएमओ अवनींद्र कुमार ने बताया कि बाढ़ क्षेत्र में हमारे कैंप गए हैं. लोगों को दवाइयां वितरित की जा रही हैं.
यूपी में बीते 24 घंटे के भीतर मानसून का फिर कमबैक हो रहा है. मौसम वैज्ञानिकों ने चार दिनों तक यूपी के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. बीते 24 घंटों में प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश सहारनपुर में हुई है. चलिए जानते हैं मौसम के बारे में. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आगामी 24 घंटे बाद मानसून और अधिक सक्रिय होगा. पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश उसके बाद पूर्वी तथा पश्चिमी दोनों क्षेत्रों में 22 से लेकर 25 अगस्त तक जोरदार बारिश होने की संभावना है.
बीते 24 घंटे का मौसम कैसा रहाः बता दें कि बीते 24 घंटे में पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 8.8 मिलीमीटर की जगह एक मिलीमीटर ही रिकॉर्ड की गई जो की सामान्य से 89% कम है. वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 7.4 मिलीमीटर की जगह 11.8 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो की सामान्य से 59% अधिक है. कई जिलों में उमस और गर्मी में इजाफा हुआ है. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो बीते 24 घंटे यानी 20 अगस्त से यूपी में एक बार फिर से मानसून एक्टिव होने जा रहा है. खासकर 22 से 25 अगस्त तक यूपी के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी.
लखनऊ का मौसमः राजधानी लखनऊ में सोमवार को सुबह से ही आसमान साफ रहा, तेज धूप खिली. दिन के समय कई बार बादलों की आवाजाही रही. अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो की समान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक है. वहीं, न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो की सामान्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है.मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मंगलवार को राजधानी लखनऊ में मुख्यतः आसमान साफ रहेगा. बादलों की आवाजाही रहेगी. कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 35 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
मौसम वैज्ञानिक क्या बोलेः मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर अतुल सिंह ने बताया कि मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है. उत्तर प्रदेश में 22 से लेकर 25 अगस्त तक भारी बारिश हो सकती है. आने वाले दो-तीन दिनों बाद अधिकतम तापमान में 2 से लेकर 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जाएगी.