हिंदू महासभा का ऐलान- खुलेआम गोली चलाने वाले आतंकी को करेंगे सम्मानित

जामिया में छात्रों पर फायरिंग करने वाले आतंकी को सम्मानित किया जाएगा, जी हां ये सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर है, लेकिन सच है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष गजेंद्र पाल सिंह आर्य ने ऐलान किया है कि जामिया में गोली चलाने वाले आतंकी को सम्मानित किया जाएगा साथ ही उसका केस भी हिंदू महासभा लड़ेगा।

सिर्फ इतना ही नहीं 30 जनवरी को हिंदू महासभा ने शौर्य दिवस के रूप में मनाया। मीठे चावल और खीर भी बांटे। जिस दिन पूरा देश शहीद दिवस मनाता हो। इस तारिख को पूरे देश में एक तरह से शोक दिवस की तरह से मनाया जाता हो उसी तारिख को हिंदू महासभा राष्ट्रपिता के हत्यारे नाथूराम गोडसे नाना आप्टे के चित्र पर फूल और माला चढ़ाता है।

गजेंद्र पाल सिंह सिर्फ इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने महात्मा गांधी पर कई तरह के विवादित बयान तक दे डाला। गजेंद्र ने कहा कि गांधी की वजह से भारत हिंदू राष्ट्र ना होकर धर्मशाला बना गया। शाहीनबाग, जामिया और एएमयू में गांधी की तस्वीर लेकर भारत तोड़ने की बात की जाती है।

इस तरह से खुलेआम हिंदू महासभा के नफरत और संप्रदायिकता फैलाने वाली बातों का ही नतीजा है, जिसकी वजह से समाज में आपसी भाईचारा और समाजिक सौहार्द में कमी नजर आ रही है और देश का युवा इन भड़काऊ भाषण को ही सुनकर देश की एकता अखण्डता कायम रखने के बजाय दंगाई बनता जा रहा है।

जिस नाबालिक लड़के के हाथ में कलम होना चाहिए उसके हाथ में बंदूक है। ऐसी सोच और हिम्मत हिंदू महासभा जैसे संगठन से युवाओं को मिल रहा है। और ये युवा सही रास्ते को ना एख्तियार कर गलत रास्ते को अपना रहे है।

अब सवाल यहीं बनता है कि आखिर इस तरह से राष्ट्रपिता का अपमान करना। उनके बारे में बुरा भला कहना क्या ये देशद्रोह नहीं है? साथ ही खुलेआम भड़काऊ, विवादित और संप्रदायिक भाषण देना और आतंकी के समर्थन में उतरना कितना उचित है? अगर ये गलत है तो फिर पुलिस कार्रवाई कब करेगी?