देहरादून । उत्तराखंड में सोमवार को कोरोना संक्रमित कुल 32 नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 349 हो गई है। अब तक 58 मरीज स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं। कोरोना संक्रमित कुल 4 मरीजों की मौत हो चुकी है और 4 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं जबकि कुल 284 मरीज विभिन्न अस्पतालों में उपचाररत हैं। राज्य के अपर सचिव (स्वास्थ्य) युगल किशोर पंत ने इसकी पुष्टि की है।
आज जो 32 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, इनकी ट्रैवल हिस्ट्री बाहर की है। इनमें देहरादून जिले का एक मरीज, पौड़ी के 3, चमोली के 2, टिहरी के 2, हरिद्वार के 9, ऊधमसिंह नगर के 5, नैनीताल के 9 और पिथौरागढ़ का एक मरीज है। इनमें देहरादून के मरीज की ट्रैवेल हिस्ट्री मुंबई की है। पौड़ी जिले कि 3 मरीजों में से एक गुरुग्राम (हरियाणा) तथा दो लोग गाजियाबाद से हाल ही में आए हैं। गाजियाबाद से आए इन्हीं में एक व्यक्ति की एकांतवास के दौरान मौत हो गई, जिसकी जांच रिपोर्ट में आज कोरोना संक्रमण पाया गया है। पौड़ी के डॉक्टरों का कहना है कि वह टीबी की बीमारी से ग्रस्त था लेकिन आधिकारिक तौर पर बताया गया है कि उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण उसका विसरा सुरक्षित कर लिया गया, जिसकी जांच के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा।
चमोली जिले के दो मरीजों में एक कापसहेड़ा बॉर्डर दिल्ली और दूसरा गुरुग्राम से हाल ही में उत्तराखंड आए हैं। ऊधम सिंह नगर का एक मरीज फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश) से आया है जबकि 4 मरीज मुंबई से आए हैं। टिहरी के दोनों मरीज और पिथौरागढ़ का एक मरीज मुंबई से हाल ही में उत्तराखंड पहुंचे हैं। नैनीताल जिले के 9 मरीजों में 8 की ट्रेवल हिस्ट्री महाराष्ट्र की है जबकि एक मरीज दिल्ली से उत्तराखंड पहुंचा है। हरिद्वार के जिन 9 मरीजों के सैम्पल की जांच रिपोर्ट में आज कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, इनमें से 7 लोग मुम्बई से और 2 लोग पंजाब से हाल ही में उत्तराखंड आए हैं। इस तरह दूसरे राज्यों से उत्तराखंड लौटे लोगों की वजह से राज्य में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। आज तो मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हल्द्वानी और ऊधमसिंह नगर जिलों की समीक्षा बैठकों में इस तथ्य का उल्लेख भी किया। हालांकि मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार को इसका पहले से अंदेशा था, इसीलिए प्रवासियों को राज्य में वापस लाने से पहले ही चिकित्सा सुविधाएं अपडेट कर ली गई हैं, ताकि हालात से निपटा जा सके।