
– जननी सुरक्षा योजना के भुगतान की अच्छी प्रगति पर डीएम ने संतोष व्यक्त किया
मैनपुरी – अन्टाइड फंड की धनराशि से ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई, वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम हेतु छिड़काव कराया जाए, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं मुहैया हों, सीएससी-पीएसी पर उपलब्ध रू. 5 लाख की धनराशि से जीर्णोद्वार का कार्य कराया जाए, स्वास्थ्य केंद्र स्वच्छ-सुंदर दिखें, इसलिए रंगाई-पुताई के साथ-साथ हरियाली हेतु वृक्ष रोपित किए जाएं, गमले लगाये जाएं, संगिनी, आशा, प्रसूताओं को समय से मानदेय का भुगतान किया जाए, गर्भावस्था के दौरान ही गर्भवती महिला के बैंक खाते का विवरण, आधार कार्ड जमा कराया जाए, भर्ती महिलाओं को गुणवत्ता पूर्वक नाश्ता, खाना मुहैया कराया जाए, माह में 1 बार मुख्य विकास अधिकारी जिला पुरुष, महिला चिकित्सालय का निरीक्षण करें, उप जिलाधिकारी सदर सप्ताह में 3 बार जिला महिला चिकित्सालय में प्रसूताओं को उपलब्ध कराए जा रहे खाने की गुणवत्ता चेक करें, विकासखंड स्तर पर संचालित सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की सम्बन्धित खंड विकास अधिकारी सप्ताह में 3 बार खाने की गुणवत्ता की जांच कर कम से कम 5 लोगों से फीडबैक लेकर फोटो सहित रिपोर्ट उपलब्ध करायें।
उक्त निर्देश जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक के दौरान देते हुए बैठक में अन्टाइड फंड, रोगी कल्याण समिति की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत न करने पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला को चेतावनी देते हुए कहा कि बैठक में समस्त बिंदु समीक्षा हेतु प्रस्तुत करें। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बार-बार निर्देशों के बाद भी अन्टाइड फंड, रोगी कल्याण समिति की उपलब्ध धनराशि व्यय नहीं की जा रही है।
डीएम ने समीक्षा के दौरान कहा कि आशा, संगिनी को उनके मानदेय का भुगतान अगले माह की 25 तारीख तक प्रत्येक दशा में किया जाये, मानदेय के भुगतान में विलम्ब के लिए जिम्मेदार बीसीपीएम को कारण बताओं नोटिस जारी किया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि 12 सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध 5 लाख रू. अन्टाइड फंड की धनराशि के व्यय का प्रस्ताव तैयार कर 7 दिन में एवं 47 नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध 1.25 लाख की धनराशि का प्रस्ताव 15 दिन में तैयार कर उपलब्ध कराया जाये। उन्होने परिवार नियोजन कार्यक्रम के अन्तर्गत महिला, पुरुष नसबंदी के निर्धारित लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति करने के निर्देश प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को दिए। उन्होने जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम, पीसीपीएनडीटी एक्ट की बिंदुवार समीक्षा की।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.ए.के. पांडेय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला डा.ए.के. पचैरी, सहित समस्त प्र.चिकित्साधिकारी, अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
मैनपुरी से प्रवीण पाण्डेय की रिपोर्ट