सबसे अच्छे टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान चुनने के लिए एक गाइड

लाइफ इंश्योरेंस खरीदना आपके परिवार के वित्तीय भविष्य की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालाँकि, असली चुनौती सही टर्म लाइफ इंश्योरेंस का चयन करने से शुरू होती है।

जब बात लाइफ इंश्योरेंस की आती है, तो चुनने के लिए बहुत सारे विकल्प होते हैं, जिनमें से हर एक के अपने अलग फायदे और नुकसान होते हैं। यहाँ तक ​​कि यदि आप किसी विशेष प्रकार के इंश्योरेंस का निर्णय ले लें, तो भी चुनने के लिए दर्जनों इंश्योरेंस कंपनियां और प्लान उपलब्ध होंगी। बहुत सरे विकल्प होने और सीमित समझ के कारण अक्सर खरीदारी के निर्णय में देरी का कारण बनते हैं।

इन विकल्पों को प्रभावी ढंग से छांटने के लिए, आपको टर्म लाइफ इंश्योरेंस की समझ अच्छी होनी चाहिए। एक बार एक बार जब आपको पता चल जाए कि आपको क्या चाहिए और क्या नहीं, तो आप चुनने की प्रक्रिया को आसान बना सकते हैं।

चिंता न करें, हम इंश्योरेंस के साथ वित्तीय सुरक्षा की आपकी इस यात्रा में आपकी मदद करने के लिए यहां हैं।

यह जानिए कि आपको कब वित्तीय मदद की जरुरत पड़ सकती है

मिलिए रोहन से, जो लगभग 40 वर्ष की आयु के एक अच्छे पेशे में हैं। उसके पास पर्याप्त निवेश, अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी और प्यार भरा परिवार था। हालाँकि, उसे इस बात का बहुत भरोसा था कि उसकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी है कि वह किसी भी अनचाही आने वाली मुसीबत का मुकाबला कर सकता है। इसलिए, वह अनुमान लगा लिया होगा कि उन्हे टर्म जीवन बीमा की कोई जरुरत नहीं है और वह नहीं खरीदता है।

देखिए, आप अपने वित्तीय भविष्य के बारे में कभी भी पूरी तरह आश्वस्त नहीं हो सकते। मुसीबत कभी भी आ सकती है। अगर रोहन ने लाइफ इंश्योरेंस में निवेश किया होता, तो इससे उसके परिवार का वित्तीय भविष्य सुरक्षित हो सकता था।

यह अनचाही आने वाली मुसीबत का मुकाबला करने में अपने परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए लाइफ इंश्योरेंस करवाना महत्वपूर्ण है।

अपनी जरूरतों की गणना करना

यह निर्धारित करने के लिए कि कौन-सी टर्म लाइफ़ पॉलिसी आपके लिए सबसे अच्छी और बेहतर होगी, अपनी वित्तीय ज़रूरतों का आकलन करके शुरुआत करें। आप निर्णय लेने के लिए, इन तीन तरीकों में से किसी एक को चुन सकते हैं:

  • ह्यूमन लाइफ वैल्यू मेथड
  • इनकम रिप्लेसमेंट मेथड
  • एक्सपेंस रिप्लेसमेंट मेथड
मानदंडह्यूमन लाइफ वैल्यूइनकम रिप्लेसमेंटएक्सपेंस रिप्लेसमेंट
परिभाषाइस पद्धति में, पॉलिसीधारक की वर्तमान और भविष्य की कमाई की संभावनाओं पर विचार किया जाता है, और उनके जीवन के लिए आर्थिक मूल्य की गणना करने के लिए टैक्स को घटाया जाता है।यह पद्धति पूरी तरह से पॉलिसीधारक की वार्षिक आय को सेवानिवृत्ति बाद बाकी वर्षों की संख्या से गुणा करके उसकी खोई हुई आय की भरपाई पर केंद्रित है।इस पद्धति में, आवश्यक कवरेज राशि निर्धारित करने के लिए पॉलिसीधारक के भविष्य के खर्चों और निवेशों को ध्यान में रखा जाता है।
कारकों पर विचार किया गयाआयु, वर्तमान और भविष्य की कमाई, कर्मचारी लाभ और कैरियर ग्रोथ।  वर्तमान वार्षिक आय और शेष रोजगार के अपेक्षित वर्ष।ऋण, जीवन-यापन का खर्च, बच्चों की शिक्षा के लक्ष्य, विवाह के लिए धन और अन्य भावी जीवन लक्ष्य।
लाभयह किसी व्यक्ति के आर्थिक योगदान का व्यापक मूल्यांकन प्रस्तुत करता है।यह अनुमानित आंकड़े की पहचान करने का एक आसान तरीका प्रदान करता है।यह किसी व्यक्ति की आगामी देनदारियों के आधार पर उसकी निधि आवश्यकताओं का पूर्वानुमान लगाता है।

आप अपनी कवरेज राशि की आवश्यकता की गणना के लिए इनमें से कोई भी तरीका चुन सकते हैं। उदाहरण के लिए, आइए एक्सपेंस रिप्लेसमेंट मेथड का उपयोग करके श्री रवि और उनके परिवार की अगले 30 वर्षों में उनकी जीवनशैली के अनुसार पूंजी की आवश्यकता का पता लगाएं:

व्यय/आयउदाहरणराशि
पारिवारिक व्ययउपयोगिता, किराने का सामान, वेकेशन₹ 1.5 करोड़ (+)
देयताहोम लोन और कार लोन₹ 70 लाख (+)
भविष्य के लक्ष्यबच्चे की शिक्षा, विवाह₹ 30 लाख  (+)
सेवानिवृत्ति निधिसेवानिवृत्ति के बाद दैनिक खर्च₹ 80 लाख (+)
निवेशस्टॉक और म्यूचुअल फंड₹ 60 लाख (-)
अंतिम आवश्यकता ₹ 2.7 करोड़

इस चार्ट से हम देख सकते हैं कि:

  • श्री रवि का कुल खर्च (अपने परिवार की आर्थिक सहायता हेतु) = ₹ (1.5 करोड़ + 70 लाख + 30 लाख + 80 लाख) = ₹ 3.3 करोड़
  • श्री रवि की बचत = ₹ 60 lakh

श्री रवि को कवर राशि की आवश्यकता होगी= ₹ (3.3 करोड़ – 60 लाख) = ₹ 2.7 करोड़

तुलना करें और निर्णय लें

टर्म प्लान को अंतिम रूप देने से पहले, निम्नलिखित मापदंडों के आधार पर अपने विकल्पों की तुलना अवश्य करें:

  • कवर राशि: हमने पहले जो गणना की थी, उससे आपको यह निर्धारित करने में मदद मिलेगी कि आपको अपने परिवार की वित्तीय स्थिति को सुरक्षित करने के लिए कितनी राशि की आवश्यकता है। सुनिश्चित करें कि पॉलिसी की कवरेज राशि दीर्घकालिक दृष्टिकोण से आपके परिवार की आवश्यकताओं से मेल खाती है।

  • प्रीमियम: लाइफ इंश्योरेंस पर ग्राहक अंतर्दृष्टि रिपोर्ट के अनुसार, उच्च प्रीमियम राशि किसी प्लान में देरी या उसे बंद करने का सबसे बड़ा कारण थी। पहले अपनी कवर राशि की प्लान बनाएं और संतुलित प्रीमियम वाली पॉलिसी का चयन करें जिसका पेमेंट आराम से और समय पर किया जा सके।

  • क्लेम सेटेलमेंट रेश्यो: कल्पना कीजिए कि आप इतने वर्षों तक लगन से प्रीमियम का पेमेंट करते रहे और जब जरूरत हो, तब आपका क्लेम खारिज कर दिया जाए। बीमाकर्ता के क्लेम सेटेलमेंट रेश्यो (CSR) का मूल्यांकन करके इस परेशानी से बचा जा सकता है। इसे प्राथमिकता मानदंड बनाएं और उच्चतर CSR अनुपात वाली बीमा कंपनी का चयन करें।

  • राइडर्स को जोड़ने की लचीलापन: आपके मूल टर्म लाइफ इंश्योरेंस के पूरक के लिए राइडर्स को अतिरिक्त कवरेज दिया जाता है। जबकि कई राइडर्स जोड़ने की अनुमति है, कुछ इंश्योरेंस कंपनियों के पास सीमित राइडर्स हैं जिन्हें आप शामिल कर सकते हैं। ऐसे मामलों में, उन पॉलिसियों से बचना सबसे अच्छा है जो बहुत अधिक लचीलापन नहीं देती हैं।

  • क्लेम प्रोसेस: आइए इसका सामना करें – जब आपके साथ मृत्यु जैसी दुर्भग्यपूर्ण अनहोनी हो जाती हैं, तो यह आपके परिवार के लिए मानसिक रूप से तोड़ देने वाला और निराशाजनक समय होगा। इसलिए, सुनिश्चित करें कि इंश्योरेंस कंपनी हालात को और खराब न करे।

मुख्य निष्कर्ष

सही टर्म प्लान का चयन एक बड़ा निर्णय है जिसके लिए समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। आपको न केवल तात्कालिक जरूरतों पर बल्कि दीर्घकालिक वित्तीय आवश्यकताओं पर भी विचार करना होगा। लेकिन एक बार जब आप तुलना कर लेते हैं और अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप योजना ढूंढ लेते हैं, तो आप अंततः राहत की सांस ले सकते हैं – यह जानकर कि आपके प्रियजनों का वित्तीय भविष्य सुरक्षित है। इसके अलावा, आप सहज और परेशानी मुक्त इंश्योरेंस खरीदने के अनुभव के लिए फोनपे जैसे प्लेटफार्मों पर भरोसा कर सकते हैं।

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