विवेक तिवारी हत्याकांड में बड़ा खुलासा, चेकिंग के बहाने ‘हत्यारोपी’ पुलिसवाला रात के अंधेरे में करता था लूट

 

यूपी: विवेक तिवारी मर्डर केस के आरोपी पुलिस वाले पर हुआ नया खुलासा, रात के अंधेरे में करता था लूट

लखनऊ। हाल ही में हुए विवेक तिवारी हत्याकांड में हर रोज एक नयी कहानी सामने आ रही है। जिसकी वजह से न सिर्फ आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी बल्कि उसके साथ पूरे पुलिस विभाग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। आज सूत्रों से ये भी खबर सामने आ रही है कि विवेक हत्याकांड के आरोपी दोनों पुलिसकर्मी मकदूमपुर चौकी के आसपास रोज रात में राहगीरों से वसूली करते थे। इसके साथ ही यह भी पता लगा है कि एक गुमटी वाला ही इन दोनों को शिकार पकड़ने में मदद करता था।

ये दोनों है आरोपी

जानकारी के मुताबिक, हाल ही में लखनऊ पुलिस के दो सिपाहियों ने मकदूमपुर चौकी के पास शुक्रवार रात विवेक तिवारी को गोली मारी थी। इस मामले में गोमतीनगर थाने में तैनात रहे कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी व संदीप कुमार हत्यारोपी हैं। सूत्रों से ये खबर सामने आ रही है कि एक निजी कॉलेज के शिक्षक ने ये बताया है कि उसी रात आरोपी सिपाहियों ने उनसे और उनके चार साथियों को धमकाकर तीन हजार रुपये वसूले थे। शिक्षक और उनके दोस्त एक रेस्तरां से बर्थ-डे पार्टी से लौट रहे थे। उन्होंने घटनास्थल से करीब 150 मीटर दूर पान की गुमटी से सिगरेट ली। इसके कुछ देर बाद ही दोनों पुलिसवाले आ गए और धमकाकर दस हजार रुपए की डिमांड करने लगे। रुपए न होने का हवाला देने पर 3000 रुपए लेकर जाने दिया था। इसके साथ ही पीड़ित शिक्षक ने ये भी कहा है कि गुमटी वाले ने ही फोन करके सिपाहियों को बुलाया था।

विवेक की पत्नी को मिली जॉब और आर्थिक सहायता

मामले की जांच एसआईटी को देने के साथ ही मृतक विवेक की पत्नी को सरकार की तरफ से 25 लाख का मुआवजा और नगर निगम में नौकरी देने का वादा किया गया था। इसके साथ ही बच्चों की पढ़ाई के लिए अलग से 10 लाख रुपए की सहायता की गई है। इस हत्याकांड के बाद पुलिस पर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं कि अब पुलिस आम नागरिकों पर गोलियां चला रही है। इसके साथ ही योगी सरकार पर भी जमकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने पुलिस मुखिया ओपी सिंह और सीएम योगी से फोन पर बात की थी और उचित कार्रवाई करने के लिए कहा था।

सना को है खतरा

कुछ वक्त पहले ही  सना ने आईजी जोन सुजीत पांडे के सामने कहा था कि उनको जान का खतरा है। उनका कहना था कि जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिल जाती तब तक वो असुरक्षित हैं। हालांकि उन्हें प्रशासन पर पूरा भरोसा है लेकिन फिर भी वो खुद को सुरक्षइत नहीं समझ पा रही हैं।

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