बस कुछ ही देर बाद सत्रहवें आम चुनाव की डुगडुगी रविवार शाम बज जाएगी। निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करेगा। इस बीच EC (चुनाव आयोग) ने राजनीतिक दलों को चुनाव प्रचार के लिए सेना के जवानों की फोटो न इस्तेमाल करने की सख्त हिदायत दी है। आयोग ने कहा है कि इस बात का संज्ञान रक्षा मंत्रालय की तरफ से लाया गया है कि सुरक्षाबलों के जावानों की फोटो का इस्तेमाल राजनैतिक प्रोपेगेंडा और चुनाव प्रचार के लिए किया जा रहा है।
EC issues advisory to all national&state political parties of the country,asks them to 'desist from displaying photographs of Defence personnel or photographs of functions involving Defence personnel in advertisements,or otherwise as part of their election propaganda/campaigning' pic.twitter.com/jBFsSyZEZM
— ANI (@ANI) March 9, 2019
अपने हिदायत में आयोग ने कहा है कि कहना न मानने वाले नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजनीतिक दलों को सतर्क करने के लिए चुनाव आयोग ने एडवायजरी जारी की है। एडवायजरी में कहा गया है कि सुरक्षाबल पूरे राजनैतिक तंत्र के साथ देश का भी प्रहरी है, लोकतंत्र में एक सैनिक की भूमिक गैर राजनीतिक है।
बता दें कि पुलवामा हमले के बाद राजनैतिक पार्टियों के कई मंचों पर शहीद जवानों की फोटो का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन की एक फोटो का इस्तेमाल भी सोशल मीडिया कैंपेन और चुनावी पोस्टरों के लिए किया जा रहा है, ऐसे प्रचारों पर कुछ पार्टियां आपत्ति भी जता चुकी हैं।