
दोनों ही पुलिस अधिकारियों का किया गया विदाई समारोह
22 माह रहे मसूरी थाने में एचएसआई के पद पर प्रताप सिंह बालियान
लोगों ने प्रताप सिंह बालियान को दी भावभीनी विदाई
22 महीने के तैनाती के दौरान जनता में बनाया था समंजस का माहौल
कई मामलों की मजबूत खुलासे भी रहे थे प्रताप सिंह बालियान के नाम
भास्कर समाचार सेवा
गाजियाबाद। कमिश्नरेट में विगत दिवस हुए तबादलों में मसूरी थाने में तीन माह पूर्व एडिशनल क्राइम के पद पर संजीव कुमार का जहां मोदीनगर इसी पद पर तबादला हुआ है। वही मसूरी की जनता के बीच थाने में अपनी कार्यप्रणाली और जनता में पुलिस मित्रता का व्यवहार उत्पन्न करने वाले 22 महीने रहने के बाद एसएसआई प्रताप सिंह बालियान का भी तबादला मोदीनगर में इसी पद पर हुआ है। दोनों के विदाई समारोह में जनता के लोगों द्वारा भावभीनी विदाई समारोह आयोजित किया गया। दोनों को विदाई के दौरान सभी पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें विदाई देते हुए भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं । जानकारी के अनुसार बता दें कि मसूरी को अतिसंवेदनशील क्षेत्र कहा जाता है और इसी संवेदनशीलता के चलते विगत समय में निवर्तमान कप्तान द्वारा 22 महीने पूर्व एसएसआई के पद पर प्रताप सिंह बालियान की तैनाती की गई थी। माहौल और जनता में समन्वय बैठाकर 22 महीने के समय को अच्छी तरीके से पुलिस कार्यप्रणाली और कई शानदार खुलासे और अपनी पुख्ता जांच के चलते आरोपियों को जेल भेजने वाले प्रताप सिंह बालियान को जहां जनता ने भावभीनी विदाई देकर रवाना किया तो वही जनपद के कई थानों में एसएसआई से लेकर चौकी इंचार्ज रहे और वर्तमान में तकरीबन तीन माह पूर्व प्रमोट होने पर संजीव कुमार को एडिशनल क्राइम इंस्पेक्टर के पद पर तैनाती पाने वाले संजीव कुमार का भी तबादला मोदीनगर में इसी पद पर किया गया है। दोनों ही पुलिस के तेजतर्रार अधिकारियों के ट्रांसफर हो जाने के बाद पुलिस कर्मचारियों और जनता के लोगों द्वारा भावभीनी विदाई समारोह आयोजित कर दोनों को विदा किया है। क्षेत्रीय लोगो ने जानकारी देते हुए बताया कि अपने 22 महीने के कार्यकाल में एसएसआई प्रताप सिंह बालियान के द्वारा शानदार कार्य किए गए और जनता में भाईचारा भी उत्पन्न कराया गया। जनता को 22 महीने के कार्यकाल में किसी तरह की कोई भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा। और पीड़ित की सुनवाई समय पर होती रही। यानी कि इतने समय में थाने की कोई भी शिकायत जनता से जुड़ी पुलिस कार्यालय नहीं पहुंची। क्योंकि उनकी कार्यप्रणाली और कार्यशैली बिल्कुल जुदा थी और पुलिस और जनता के बीच भाईचारा और पुलिस मित्रता जैसा व्यवहार रहा है। सभी पुलिस कर्मचारियों के ट्रांसफर पर उनको भविष्य की शुभकामनाएं क्षेत्र की जनता देती है।