
कोतवाली का किया निरीक्षण, कानून व्यवस्था की समीक्षा की
सीतापुर। एडीजी लखनऊ जोन ब्रजभूषण ने सोमवार को शहर कोतवाली का निरीक्षण किया। इस दौरान अभिलेखों में रिकॉर्ड मेंटेन न होने व साइबर अपराध के मामलों में रुपयों की वापसी न होने पर नाराजगी व्यक्त की और पंद्रह दिनों में सुधार के निर्देश दिए। इसके बाद एडीजी ने पुलिस लाइन पहुंचकर विभिन्न बिंदुओं पर जिले की कानून व्यवस्था की समीक्षा की और पुलिसिंग में सुधार करने के निर्देश दिए।
एडीजी ने सबसे पहले कोतवाली पहुंचकर महिला हेल्पडेस्क का निरीक्षण किया। इसके बाद एडीजी ने कोतवाली परिसर का जायजा लिया, जिसमें सफाई व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए। एडीजी ने अभिलेखों का निरीक्षण किया जिसमें रिकॉर्ड मेंटेन न होने पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही साइबर क्राइम के संबंध में जानकारी ली, जिसमें बताया गया कि कुल 33 अभियोग पंजीकृत हुुए हैं, जिनमें अधिकांश में पीडि़त को रुपये वापस नहीं मिल सके। इस पर एडीजी ने इसमें भी सुधार के निर्देश दिए। एडीजी ने मीडिया से वार्ता करते हुए बताया कि गंभीर व सामान्य अपराधों में काफी गिरावट आई है। जो घटनाएं हुई भी हैं, उनमें दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
एडीजी ने लखनऊ जोन में हुईं कार्रवाईयों का ब्यौरा प्रस्तुत करते हुए बताया कि जोन में पिछले साढ़े चार माह में अपराधियों की 115 करोड़ की संपत्ति जब्त हुई है। 1280 को गैंगस्टर में बंद किया गया है। 113 अवैध शराब तस्करों पर गैंगस्टर लगाकर 25 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है। 252 गौ तस्करों पर गैंगस्टर लगाया और 12 को रासुका में जेल भेजा। 533 अपराधियों को जिला बदर किया गया। 295 गैंगों का पंजरकण किया गया एवं 691 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। एडीजी ने कहा कि योजनाबद्ध ढंग से अपराधियों पर नकेल कसी जा रही है। बड़े पैमाने पर अवैध स्टैंड हटवाए गए। 11 हजार से अधिक लाउडस्पीकर्स उतरवाए गए और उन्हें स्कूली बच्चों के लिए दिया जा रहा है।
अतिक्रमण को लेकर भी अभियान चलाया जा रहा है। महिला अपराधों पर गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है। महिला संबंधी शिकायतों पर कार्रवाई का फीडबैक भी लिया जा रहा है। पॉक्सो में अपराधियों को जल्द सजा दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके बाद एडीजी ने पुलिस लाइन पहुंचकर वृक्षारोपण किया। साथ ही अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले की कानून व्यवस्था की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान एसपी आरपी सिंह, एएसपी उत्तरी डॉ. राजीव दीक्षित, दक्षिणी एनपी सिंह, सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह समेत तमाम आला अधिकारियों की मौजूदगी रही।