भाजपा का उत्तराखंड में सरकार बरकरार रखने वाली पहली पार्टी बनने का इतिहास रचना और मणिपुर में भी सरकार बचाना लगभग तय हो गया है। उत्तराखंड में फिलहाल भाजपा ने 70 सीट में से 4 जीत ली है और 44 सीट पर बढ़त बना रखी है, वहीं मणिपुर में भाजपा 60 में से 4 सीट जीत चुकी है और 24 सीट पर आगे है।
उत्तराखंड में कांग्रेस ने 3 सीट जीती है और 15 पर आगे है, जबकि 4 सीट पर अन्य आगे चल रहे हैं। यहां AAP का खाता खुलता नहीं दिख रहा है। मणिपुर में कांग्रेस ने 2, NPP ने 1, जनता दल (यूनाइटेड) ने 3 और निर्दलीय उम्मीदवार ने 1 सीट पर जीत हासिल कर ली है। यहां फिलहाल कांग्रेस और NPP को 8-8, NPF को 3 और अन्य (जदयू+निर्दलीय+अन्य दल) को 5 सीट पर बढ़त हासिल है। उत्तराखंड में बहुमत के लिए 36, जबकि मणिपुर में 31 सीट की जरूरत है।
उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की हार के बाद मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर भी हार का संकट छा गया है। खटीमा सीट पर दो बार जीत चुके धामी 8 चरणों की मतगणना के बाद अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के भुवन कापड़ी से 6932 वोट से पीछे चल रहे हैं। बता दें कि उत्तराखंड में आज तक सिटिंग सीएम चुनाव नहीं जीत पाया है।
उत्तराखंड की 5 हॉट सीट्स पर अब तक…
खटीमा : आठवें राउंड की गिनती के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (33175 वोट), कांग्रेस के भुवन सिंह कापड़ी (40,107 वोट) से पिछड़े हुए हैं।
लालकुआं : भाजपा के डॉ. मोहन सिंह बिष्ट ने 14 हजार से ज्यादा वोट से कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को हरा दिया है।
हरिद्वार : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने पिछड़ने के बाद कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी पर 1413 वोट की बढ़त बना ली है।
गंगोत्री : भाजपा के सुरेश चौहान, कांग्रेस के विजयपाल सजवाण से 4850 वोट से आगे चल रहे हैं। यहां AAP के सीएम कैंडिडेट अजय कोठियाल तीसरे नंबर पर हैं।
चौबट्टाखाल : भाजपा के मौजूदा मंत्री सतपाल महाराज कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष केसर नेगी से 2988 वोट से आगे चल रहे हैं।