लखनऊ : करोड़ों के खनन घोटाले के मामले में शनिवार को सीबीआई की टीम ने चर्चित आईएएस अधिकारी बी. चन्द्रकला के लखनऊ आवास पर छापा मारा। आईएएस अधिकारी के अलावा सीबीआई ने इस मामले में लखनऊ, कानपुर, हमीरपुर, जालौन, नोएडा और दिल्ली समेत 12 जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। सीबीआई ने जालौन के उरई में भी बालू घाट संचालकों के प्रतिष्ठानों पर छापा मारा है। यह कार्रवाई शुक्रवार देर रात से जारी है। सीबीआई का यह छापा हाईकोर्ट इलाहाबाद के आदेश पर मारा गया है। शनिवार को सीबीआई अधिकारियों ने बी. चंद्रकला के लखनऊ में योजना भवन के समीप स्थित सफायर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 101 में छापा मारा की गयी है। घर के अंदर मौरंग कारोबार से सम्बन्धित रिकार्ड खंगालने में जुटी है। इसके अलावा सीबीआई द्वारा हमीरपुर के एमएलसी रमेश मिश्रा, गहरौली में संजय दीक्षित के भाई राकेश दीक्षित, मौदहा कस्बे में भी छापमेमारी की कार्रवाई जारी है।
अवैध रेत खनन मामले में बसपा नेता सत्यदेव दीक्षित और सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के आवासों पर भी छापेमारी की गई। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, सरकारी अधिकारियों समेत 11 लोग इसमें शामिल थे। सीमित अवधि के लिए प्रतिबंध था, हालांकि सरकार के अधिकारियों ने प्रतिबंध अवधि के दौरान भी खनन की अनुमति दी।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, ‘आदिल खान, बी चंद्रकला, तत्कालीन खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, सपा एमएलसी रमेश मिश्रा और उनके भाई, खनन लिपिक राम आश्रय प्रजापति, अंबिका तिवारी (हमीरपुर), खनन क्लर्क अवतार सिंह और उनके रिश्तेदार और संजय दीक्षित आरोपी हैं।’
Samajwadi Party's Akhilesh Yadav was the Uttar Pradesh chief minister from 2012 to 2017. https://t.co/VPLAutsWMu
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 5, 2019
सीबीआई का कहना है कि 2012 से 2013 तक अखिलेश यादव खनन मंत्री थे। उस दौर में जो भी मंत्री थे, उनकी भूमिका की जांच होगी। अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई मामले की जांच कर रही है। चंद्रकला हमीरपुर और बुलंदशहर की डीएम रह चुकी हैं और उन पर डीएम रहते हुए अवैध खनन कराने का आरोप है। चंद्रकला लखनऊ में योजना भवन के पास सफायर अपार्टमेंट में रहती हैं।
CBI Sources on illegal mining of minor minerals case: Adil Khan, B.Chandrakal, then mining officer Moinuddin, SP MLC Ramesh Mishra&his brother, mining clerk Ram Ashray Prajapati, Ambika Tiwari (Hamirpur), mining clerk Ram Avatar Singh & his relative and Sanjay Dikshit are accused
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 5, 2019
चंद्रकला पर आरोप है जब उनकी पोस्टिंग हमीरपुर जिले के जिलाधिकारी (डीएम) के रूप में की गई थी तो उस दौरान उन्होंने मौरंग के 50 खनन पट्टे आवंटित किए थे, जबकि इसके लिए पहले टेंडर देने का नियम था। इन अवैध खनन पट्टों को लेकर स्थानीय लोगों ने बड़ा प्रदर्शन भी किया था।
Hamirpur: Central Bureau of Investigation (CBI) conducting raids at residences of BSP leader Satyadev Dikshit & SP MLC Ramesh Mishra in connection with the illegal sand mining case. pic.twitter.com/fahKaYkEoD
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 5, 2019
चंद्रकला भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियानों के लिए सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय हैं। उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर अक्सर वायरल होते रहे हैं। उनके फेसबुक पेज पर 85 लाख से ज्यादा लाइक्स हैं।