जुमे की नमाज को लेकर उत्तर प्रदेश में अलर्ट, बढ़ाई गयी सुरक्षा व्यवस्था

– खुफिया रिपोर्ट में फिर जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन की आशंका जताई गई
– सभी संवेदनशील जगहों पर फुट पेट्रोलिंग और फ्लैग मार्च का आदेश

लखनऊ । नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के विरोध में बीते 19 दिसम्बर को हुए उग्र प्रदर्शन के एक हफ्ते बाद 27 दिसम्बर को होने वाली जुमे की नमाज को लेकर पुलिस प्रशासन अभी से अलर्ट हो गया है। हिंसा की आशंका को देखते हुए पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है। इसके साथ ही शासन की तरफ से सख्त हिदायत दी गयी है कि उपद्रवियों के साथ किसी तरह की नरमी न बरती जाय।

लखनऊ व कानपुर के साथ मेरठ, बिजनौर, फिरोजाबाद व सम्भल में पुलिस को काफी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इन जिलों की पुलिस फूंक-फूंककर कदम रख रही है। बिजनौर, मेरठ, सहारनपुर, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा के साथ ही बुलंदशहर में आज से ही मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज पर सभी की निगाहें हैं। इस दौरान कई जिलों में पुलिस द्वारा अमन और शांति रखने की अपील की जा रही है।

डीजीपी मुख्यालय ने अलर्ट जारी करके पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को महत्वपूर्ण मस्जिद पर नजर रखने के साथ मौलाना व शहर काजी से संवाद स्थापित करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही सभी संवेदनशील जगह पर फुट पेट्रोलिंग और फ्लैग मार्च का आदेश दिया गया है। इस बार पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री, पीएसी के जवानों को भी सुरक्षा में उतारा गया है। इसके अलावा पुलिस लाइंस में ट्रेनिंग लेने वाले नई उम्र के जवानों को भी इस बार तैनात किये जाने का फैसला लिया गया है। दरअसल, एलआईयू की खुफिया रिपोर्ट में एक बार फिर जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन की आशंका जताई गई है। इसलिए पिछली बार की चूक से सबक ले चुकी पुलिस इस बार जुमे की नमाज पर सुरक्षा-व्यवस्था में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती।

उप्र में प्रदर्शन के दौरान हिंसा में अब तक 1113 लोग गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश में 10 दिसम्बर से आज तक विभिन्न जिलों में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का जो विरोध हुआ है, उसमें प्रदर्शन के दौरान आगजनी, तोड़फोड़ एवं पुलिस पर फायरिंग की घटनाओं में कुल 327 मुकदमें दर्ज किया गया है। इन मुकदमों के दर्ज होने के बाद 1113 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं 5558 लोगों को हिरासत में लेकर निरोधात्मक कार्यवाही की गयी है।

सीएए के विरोध में सम्पूर्ण प्रदेश में हुए उग्र प्रदर्शन के दौरान हिंसा, आगजनी एवं तोड़फोड़ की घटनाओं में 19 व्यक्तियों की मृत्यु, 288 पुलिसकर्मी घायल, 61 पुलिसकर्मी फायर आर्म्स से घायल हुए हैं। पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में अलग अलग जिलों में घटनास्थलों से 647 नान प्रतिबंधित बोर (315 बोर, 12 बोर) के खोखा कारतूस, 69 जीवित कारतूस व 35 अवैध तमंचें भी बरामद हुए हैं। जनपद सम्भल में 20 दिसम्बर को अपराध शाखा के निरीक्षक की पिस्टल भी उपद्रवियों ने छीन ली जिसमें अभियोग पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है।