अमेठी किसान नेता हत्याकांड : ​ हिस्ट्रीशीटर पिता के नक्शे कदम पर चलकर बेटा बना हत्यारा 

बाप नंबरी और बेटा दस नंबरी’ वाली कहावत मुख्य अभियुक्त सूरज तिवारी पर हो रही चरितार्थ

अमेठी । किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्रा की शनिवार की रात गोली मारकर हत्या हुई थी। पुलिस ने मंगलवार को हत्या का खुलासा कर दिया। इस हत्याकांड में पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। इसमे मुख्य अभियुक्त सूरज तिवारी है, जिसका पिता अवध राज तिवारी अमेठी कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है। अवध राज के विरुद्ध कोतवाली में 16 मुकदमे दर्ज हैं और अब बेटे सूरज ने 21 साल की उम्र में बाप के पद चिन्हों पर कदम रखकर हत्यारा बन गया है।

हत्यारोपित सूरज के विरुद्ध संगीन धाराओं में पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। जमीन को लेकर चल रहा था विवाद अमेठी कोतवाली के कस्बा निवासी रामबहादुर और उसके भाईयों के नाम लाखों रुपये कीमत की जमीन रायपुर फुलवारी में थी। आबादी वाली इस जमीन पर राम बहादुर ने कब्जा करना चाहा तो भाईयों ने इसका विरोध किया। इसके बाद राम बहादुर ने हिस्ट्रीशीटर अवध राज से इसी जमीन की एक लाख रुपये में डील इस शर्त पर किया कि वो उसे कब्जा करके दे। कुछ समय के बाद रामबहादुर को जमीन का लालच हुआ और उसने  उस जमीन का सौदा विश्वकर्मा से कर डाला। जब राम बहादुर को इस मामले का पता चला तो दोनों से पीछा छुड़ाने के लिए राम बहादुर ने किसान नेता प्रमोद मिश्रा का सहारा लिया।

किसान नेता ने एसडीएम से लेकर पुलिस तक मामले की पैरवी की। जमीन हथियाने में रास्ते का कांटा बन रहा था किसान नेता इस बीच हाल ही में हिस्ट्रीशीटर अवध राज ने राम बहादुर से जमीन के एवज में लिए गए एक लाख रुपये वापस मांग लिया।

उसने ये कहकर पीछा छुड़ाया कि जल्द इन्तिजाम करके वो रकम वापस करेगा। तभी अवध राज के पुत्र सूरज को जमीन का लालच हुआ और उसने पिता से कहा कि उसे एक लाख रुपये नहीं चाहिये उसे सिर्फ वह जमीन चाहिये। इसके बाद सूरज ने अपने साथियों के साथ योजना बनायी और नेता को डराने की नीयत से 16 मई की रात हमला कर दिया। गोली लगने से किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्रा की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। पुलिस ने इस हत्या का खुलासा करते हुए मुख्य अभियुक्त समेत चार अभियुक्तों को जेल भेज दिया है।

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