आंगनबाडी कार्यकत्रियों द्वारा कन्या सुमंगला योजना का प्रचार प्रसार कराएं: डीएम


शहजाद अंसारी
बिजनौर। जिलाधिकारी रमाकांत पाण्डेय ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वाधान संचालित मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को विगत 01 अपै्रल,2019 से लागू किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करना, समान लैंगिक अनुपात स्थापित करना,बाल विवाह की कुप्रथा पर अंकुश लगाना, बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना, बालिकाओं को स्वालम्बी और आत्मनिर्भर बनाने में उनको सहायता प्रदान करना तथा बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित करना है। उन्होंने कहा कि जब तक समाज में बालिकाओं के प्रति नकारात्मक सोच में परिर्वतन नहीं होगा, तब तक महिलाओं के सशक्तिकरण, सम्मान और उनको आत्मनिर्भर बनाने का सपना साकार नहीं हो सकता।
जिलाधिकारी रमाकांत पाण्डेय मंगलवार की शाम विकास भवन के सभागार में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।

उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निदेश देते हुए कहा कि जिन लडकियों का जन्म अस्पताल में होते है उन्हे संबंधित एमओआईसी के माध्यम से कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत आवेदन करने के लिए प्रेरित करे। उन्होने कहा कि जनपद की स्थिती विगत वर्ष के सापेक्ष अच्छी नही है उसे ओर बेहतर करने के लिए संबंधित समस्त अधिकारियों को विशेष ध्यान देना होगा ताकि जनपद की स्थिती प्रदेश में बेहतर हो सके। उन्होने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि समस्त आंगनबाडी कार्यकत्रियों के माध्यम से कम से कम दो आवेदन अगले 10 दिनों के अन्तर्गत होना सुनिश्चित कराये और आंगनबाडी कार्यकत्रियों द्वारा कन्या सुमंगला योजना का प्रचार प्रसार कराना भी सुनिश्चित करे।

उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी अधिक से अधिक आवेदन करने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी केपी सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनोद कुमार गौड, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ विजय कुमार यादव, जिला प्रोवेशन अधिकारी संजय कुमार यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महेश चन्द सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।