
औरैया । अचानक मौसम में तापमान बढ़ने के साथ ही जिले के अधिकांश रजवाहे बंबे सूखे बड़े होने से टेल तक पानी न पहुंचने से सिंचाई के अभाव में धान की नर्सरी बिछड़ने के साथ मक्का ज्वार मूंग आदि खरीफ की फसलें तेजी से सूखकर बर्बाद हो रही है जिससे इस बार खरीफ फसल का उत्पादन बड़े पैमाने पर गिरने की आशंका से किसान बेहद चिंतित और परेशान है। मौसम में अचानक बड़े पैमाने पर तापमान में वृद्धि होने और वहीं दूसरी ओर जिले के बिकूपुर माइनर, भदसिया माइनर, रुरुखुर्द माइनर, हरचंदापुर माइनर, कुदरकोट माइनर, बैवाह माइनर, हरचंदपुर माइनर, साहसपुर माइनर, दलपपुर माइनर, हरदू रजवाहा आदि अधिकांश बंबे सूखे बड़े होने से माइनरों में टेल तक पानी न पहुंचने के कारण किसानों की मूंग उड़द मूंगफली गन्ना मक्का ज्वार आदि खरीफ की फसलों के साथ ही आयत की फसल भी सूख कर बर्बाद हो रही है वहीं धान की नर्सरी भी पिछड़ रही है।
खरीफ का उत्पादन गिरने की आशंका से किसान चिंतित
सब्जी की फसलें भी पानी के अभाव में सूखकर बर्बाद हो रही है मौसम में अचानक तेज गर्मी बढ़ने और सिंचाई की व्यवस्था ना हो पाने के कारण सभी फसलें असमय सूखकर तेजी से पकने लगी है जिससे फसलों का उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होने की बढी आशंका से जिले के किसान बेहद चिंतित और परेशान है। बंबों में पानी ना आने से पशु-पक्षी भी बूंद बूंद पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। भाकियू के जिलाध्यक्ष विपिन राजपूत पूर्व प्रधान एवं किसान नेता शिवमंगल सिंह सेंगर अनिल कुमार सिंह राजपाल सिंह भदौरिया गोविन्द शुक्ला आदि किसानों का कहना है कि सिंचाई विभाग की उदासीनता से बंबो में टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है वही मौसम में तापमान बढ़ने से फसलें समय पर पकने के बजाय असमय ही सूख रही है। इस समय किसानों को पानी की बड़े पैमाने पर आवश्यकता है ।
किंतु इसके बावजूद सिंचाई विभाग की उदासीनता से बंबों में धूल उड़ती नजर आ रही है। जिले की अधिकांश माइनरों की हालत यह है कि साल में यदि उनमें एक दो बार भी पानी आ जाए तो गनीमत होती है और शिकायतों के बावजूद भी यह सिंचाई की समस्या सुलझ नहीं रही है जिससे किसान प्रतिवर्ष सिंचाई की समस्या से बर्बादी का दंश झेल रहे है।