औरैया : BJP प्रत्याशी की हार भाजपा के दिग्गजों पर हो रहे आरोपों के प्रहार

औरैया। बिधूना नगर पंचायत चुनाव में बिधूना में भाजपा प्रत्याशी की हुई हार से जिले में भाजपा की सबसे ज्यादा किरकिरी होती नजर आ रही है क्योंकि मौजूदा समय में बिधूना भाजपा के देश व प्रदेश के कई प्रमुख दिग्गजों की कर्मस्थली है और आज भी इस क्षेत्र से भाजपा के तीन प्रभावशाली सांसद ताल्लुक रखते हैं। वही जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर कई ब्लाक प्रमुख पदों पर भी भाजपा का ही कब्जा है ऐसे में भाजपा प्रत्याशी की हार से भाजपा दिग्गजों की प्रतिष्ठा को बड़ा आघात लगा है जिससे इस मामले को लेकर भितरघात की चर्चाओं के साथ ही आपसी आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू होने के साथ इस हार के लिए कुछ भाजपाइयों को ही जिम्मेदार ठहराया जाने लगा है।

बिधूना में भाजपा हारी जिम्मेदार भाजपाइयों की हो रही ख्वारी

वहीं भाजपा की हार का निश्चित रूप से आगामी लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को बड़ा नुकसान होने के भी स्पष्ट संकेत मिलने लगे हैं। इस समय देश व प्रदेश की सत्ता पर भाजपा काबिज है वहीं कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के प्रभावशाली भाजपा सांसद सुब्रत पाठक व इटावा संसदीय क्षेत्र के भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया दोनों ही सांसदों का बिधूना तहसील क्षेत्र में सीधा दखल है क्योंकि इन दोनों ही सांसदों का क्षेत्र बिधूना तहसील के अंतर्गत आता है ।

बिधूना की ही गीता शाक्य मौजूदा समय में भाजपा की राज्यसभा की सदस्य है और इसी क्षेत्र के ही कमल दोहरे जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर काबिज हैं तथा इसके साथ ही बिधूना सहार औरैया समेत जिले के अधिकांश विकास खंडों में भाजपा के ही ब्लॉक प्रमुख है और इन परिस्थितियों के बावजूद पूर्व विधायक प्रमोद कुमार गुप्ता एलएसके पुत्र बिधूना नगर पंचायत के भाजपा प्रत्याशी वैभव गुप्ता की हार ने जहां भाजपा दिग्गजों के घटे जनाधार की पोल खोल दी है ।

वहीं भाजपा की प्रतिष्ठा को भी बड़ा आघात पहुंचाया है। बिधूना में भाजपा की हुई इस हार के लिए पार्टी के तथाकथित नेताओं कार्यकर्ताओं की भितरघात को भी प्रमुख कारण माना जा रहा है और इस भितरघात के लिए भाजपा नेता भी अपनी ही पार्टी के कुछ तथाकथित नेताओं पर हार का ठीकरा फोड़ कर आरोप प्रत्यारोप भी सरेआम लगाते नजर आ रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी फिलहाल इन तथाकथित भितरघाती भाजपाइयों पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई होती नजर नहीं आई है। भले भितरघातियों पर कारवाई ना हो लेकिन इतना जरूर है कि भाजपा प्रत्याशी की हार का आगामी लोकसभा चुनाव के साथ ही सभी चुनावों में इस क्षेत्र में भाजपा को बड़ा खामियाजा भुगतने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें