हर माह एक लाख से अधिक बना आयुष्मान कार्ड, रैंकिंग में नंबर 1 बना मिर्जापुर

गाँव से लेकर शहर तक पूरे जनपद मे नोडल अधिकारी डा. यूएन. सिंह ने चलाया अभियान

मिर्जापुर। आयुष्मान कार्ड बनाने मामले में मिर्जापुर आमजन से मिल रहे सहयोग और हमारे वर्कर्स के मेहनत के बल पर 67 वें स्थान से पहले पायदान पर पहुँच गया है। यह जानकारी देते हुए जिला क्षय रोग अधिकारि एवं आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डा.यू.एन सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए दी। उन्होने बताया कि वर्ष के अंत तक लक्ष्य को हासिल कर लिया जायेगा। इसके लिए पंचायत सहायकों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग का सहयोग लिया जा रहा है। डा. सिंह ने बताया कि दिसम्बर माह तक मिर्जापुर जनपद प्रदेश में 67 वे स्थान पर था, लेकिन जनवरी में आम जनता को सुविधा का लाभ पहुंचाने के लिए रणनीति बनाई गई। इसके लिए ग्राम पंचायत अधिकारियों को अभियान से जोड़ा गया। उन्हें प्रशिक्षण देने के साथ ही आईडी एवं पासवर्ड दिया गया।

प्रभागीय चिकित्साधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी की प्रत्येक ब्लाक में समिति बनाई गई। इस प्रकार युद्ध स्तर पर अभियान को गति प्रदान किया गया। प्रतिदिन समिति के लोग मानिटरिंग करते आ रहे हैं। प्रति दिन निगरानी किए जाने से फील्ड में मौजूद लोगों में भी सेवा के प्रति उत्सुकता जगी है। वह खुद पात्रों का आयुष्मान कार्ड बनाने में लगे हैं। लिहाजा प्रदेश में मिर्जापुर उपलब्धि हासिल कर पहले पायदान पर है, जबकि कुशीनगर दूसरे और कन्नौज तीसरे स्थान पर हैं। जिले में करीब 80 हजार आवेदन पेंडिंग होने पर डा. यू एन सिंह ने बताया कि कार्यदायी संस्था की अप्रूवल रेट काफी कम हैं।

मातहतो को दिया निर्देश, कोई भी पात्र योजना से वंचित न होने पाये

अगर प्रति दिन उस दिन के काम को निपटा दिया जाय तो जिले की रेटिंग में जबरदस्त इजाफा होगा। नोडल अधिकारी ने बताया कि प्रति माह 1.5 से 2 लाख कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य के सापेक्ष 7 लाख कार्ड बनाया जाना है। इस लक्ष्य को जल्द ही कुछ माह में ही पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने आम पात्र जनता से खुद आगे आकर पहल करके अपने परिवार के लिए आयुष्मान कार्ड बनवाने को कहा। बताया कि इस कार्ड धारक परिवार को बीमारी के दौरान 5 लाख तक की मदद सरकार देती हैं।

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