
फिरोजाबाद । समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री आजम खान ने बसपा मुखिया मायावती पर टिप्पणी करने वाली भाजपा नेत्री साधना सिंह को पार्टी से निकाले जाने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा है कि एक महिला द्वारा दूसरी महिला का अपमान निंदनीय है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से माफी मांगने और साधना सिंह को भाजपा से बाहर निकलने की मांग भी उठाई है। पूर्व मंत्री रविवार को फीरोजाबाद में हुई मिशवर्ती कॉउंसिल ऑफ इंडिया की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। आजम खान ने कहा कि शनिवार को कोलकाता में हुए विपक्षी दलों की रैली में मुस्लिम नेताओं की नुमाइंदगी निराशाजनक रही। मुस्लिम नेताओं की नुमाइंदगी के रूप में सिर्फ काश्मीर और असम से ही एक-एक नेताओं को बुलाया गया था। यह स्थिति मुस्लिमों के लिए निराशाजनक है।
पूर्व मंत्री ने एक सवाल के जबाब में कहा कि सबको अपनी पार्टी बनाने का अधिकार हैलेकिन समाजवादी पार्टी पूरी तरह एक ही है। सपा-बसपा गठबंधन के सवाल को टालते हुये अंदाज में कहा कि हम गठबंधन का स्वागत करते हैं। गौरतलब है कि चंदौली जनपद के बबुरी थाना के परनपुरा गांव में किसान कुंभ अभियान कार्यक्रम में भाजपा विधायक साधना सिंह ने मायावती पर अमर्यादित टिप्पणी की थी।उन्होंने कहा था कि जब द्रोपदी का चीर हरण हुआ तो उसके बाद महाभारत हुआ, लेकिन सपा ने मायावती का चीर हरण किया, उसके बावजूद भी सत्ता के लोभ में आकर उन्होंने सपा से गठबंधन करके महिलाओं की अस्मत पर दाग लगाया है।
उधर, इस अमर्यादित टिप्पणी के बाद पार्टी की किरकिरी होने पर साधने ने माफी मांग ली है। साधना की ओर से जारी किए गए माफीनामे में उन्होंने लिखा कि मेरा मकसद किसी को अपमान करने का नहीं था। मैं बस दो जून, 1995 को गेस्ट हाउस कांड के दौरान मायावती की भाजपा नेताओं द्वारा की गई मदद को याद दिलाना चाहती थी।
आजम खान,