बहराइच l किसान भाईयो को पेड़ी की अघिक पैदावार पाने के लिए पेड़ी प्रबंधन अवश्य करना चाहिए। पेड़ी फसल का अधिक उत्पादन तभी सम्भव है जब समय – समय पर पानी लगाऐ तथा संतुलित उर्वरको की मात्रा का प्रयोग करें। असंतुलित उर्वरक के प्रयोग से फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है तथा उत्पादन मे भारी कमी हो जाती है। यह बाते पारले चीनी मिल के एसोसिएट मुख्य प्रबंधक वहाजुद्दीन अहमद ने ग्राम स॔गवा में किसान गोष्ठी मे आए हुए किसानों को संबोधित करते हुए कही। उन्होने कहा कि किसान भाई अधिक पैदावार के लिए कम से कम 2 स्प्रे अवश्य करें। एक एकड गन्ना फसल के लिए 200 लीटर पानी में 1किग्रा एन पी के, 100 मिलीलीटर एमिडाक्लोरोप्रिड तथा 1 लीटर अमीनोज का घोल बनाकर हवा के बहने की दिशा में स्प्रे करें।
15 दिन के बाद दूसरा स्प्रे करें।,ध्यान रहे दूसरे स्प्रे के धोल में 4 किग्रा यूरिया अवश्य मिला ले।तथा स्प्रे करने से पहले खेतो में पानी अवश्य लगा होना चाहिए।उन्होने बताया कि गन्ने की पेड़ी में तीन बार गुड़ाई अवश्य करें। गुडाई करने से पूर्व 2 बोरी पारले पोटाश डालें ।जून-जुलाई माह में गन्ने पर दो बार मिट्टी अवश्य चढाऐं इससे गन्ने की पैदावार 15 से 20 प्रतिशत अधिक होगी ।फसल को तनाव बेधक, टाप बोरर से बचाने के लिए 20 जून के बाद नमी की दशा में एक एकड़ में 7.5 किग्रा0 फरटेरा दवा गन्ने की जड़ो में बुरकाव करें।
चीनी मिल इस समय 25% अनुदान पर किसानों को पावर टिलर दे रही है। यह यंत्र किसानो के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। लेबर के अभाव में गन्ने पर मिट्टी नहीं चढ़ाई जा रही है किसान भाई इन यंत्र से अपने गन्ने पर आसानी से मिट्टी चढ़ाई सकते हैं। इस मौके रमेश, सन्तोष, शिवशंकर राधेश्याम सहित सैकडो किसान मौजूद रहे।