बहराइच : लैंगिक भेदभाव है मातृत्व स्वास्थ्य में बाधा – अंकिता मिश्रा

दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित अन्य योजनाओं की दी जानकारी

बहराइच l  सीएमओ ऑफिस सभागार में प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना ( पीएमएमवीवाई) के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश कुमार सिंह व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ योगिता जैन ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया । मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के उद्देश्यों एवं योजना के विभिन्न लाभों पर प्रकाश डाला । कार्यक्रम में जेन्डर समानता, मातृत्व पोषण और स्वास्थ्य व पीएमएमवीवाई पर विस्तार से चर्चा की गई। इस चर्चा का उद्देश्य मातृत्व स्वास्थ्य मुद्दों को ज़्यादा से ज़्यादा समुदाय तक पहुंचाना और इन मुद्दों को प्रति लोगों को जागरूक करना है ।
इस अवसर पर  लखनऊ से साझी दुनिया संस्था की अंकिता मिश्रा ने जेन्डर भेदभाव के विभिन्न पहुलओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि एक स्त्री अपने शैशवावस्था से लेकर वृद्धावस्था तक किस किस तरह से भेदभाव का शिकार होती और ये भेदभाव उसके व्यक्तित्व के विकास में किस तरह बाधक होते है। उन्होंने प्रतिभागियों को महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों के बारे में भी अवगत कराया।
साझी दुनिया के कुलदीप सिंह चौहान ने जेन्डर आधारित भेदभाव से हिंसा का जन्म कैसे होता है इस पर चर्चा की। महिलाओं के साथ होने वाली शारीरिक, मानसिक, यौनिक व आर्थिक हिंसा व इससे निपटने के लिए सपोर्ट सिस्टम की जानकारी दी ।
यूनिसेफ के अनुराग सिंह ने मातृत्व पोषण व स्वास्थ्य पर चर्चा करते हुए बताया कि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को अतिरिक्त पोषण की आवश्यकता होती है जो उनके व उनके गर्भ में पल रहे  बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है। गर्भवती महिला का  शीघ्र पंजीकरण, वजन की जाँच और आयरन फोलिक एसिड ,कैल्शियम व एलबन्डाजोल टेबलेट के महत्व को बताया । प्रशिक्षण उद्घाटन समारोह में डीपीएम श्री सरजू खान, जिला कार्यक्रम समन्वयक श्री प्रवीण कुमार शर्मा, जिला कार्यक्रम सहायक श्री दिलीप कुमार सिंह तथा प्रशिक्षु  एम ओ, अधिकारी व डाटा एंट्री ऑपरेटर्स उपस्थित रहे।