बहराइच : लाभार्थियों के सत्यापन में शिथिलता बरतने पर दण्डित होंगे जिम्मेदार- डीएम

बहराइच। सोशल सेक्टर अन्तर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के अन्तर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा हेतु वृहस्पतिवार को देर शाम जिलाधिकारी मोनिका रानी ने समाज कल्याण, महिला कल्याण, अल्पसंख्यक, पिछड़ा वर्ग व दिव्यांगजन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया योजनाओं के सम्बन्ध में प्राप्त प्रार्थना-पत्रों को ब्लाक अथवा जिला स्तर पर अनावश्यक रूप से लम्बित न रखा जाय। बैठक में वर्चुअली प्रतिभाग कर रहे एसडीएम व बीडीओ को निर्देश दिया गया कि 30 जून 2023 तक सोशल सेक्टर से सम्बन्धित लाभार्थियों के सत्यापन की कार्यवाही को पूर्ण कराया जाय। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सत्यापन पूरी तरह से वास्तविक होना चाहिए। सत्यापन के दौरान किसी पात्र को अपात्र अथवा अपात्र को पात्र दिखाये जाने के सम्बन्ध में यदि किसी शिकायत की पुष्टि होती है तो सत्यापनकर्ता के साथ अन्य जिम्म्ेदारान का उत्तरदायित्व निर्धारित कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

डीएम ने खण्ड विकास अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि ब्लाक स्तर पर सत्यापन से सम्बन्धित कार्यवाही की नियमित रूप से समीक्षा करते रहें तथा यह सुनिश्चित करें कि किसी भी स्तर पर ऐसे प्रकरण लम्बित न रहें। महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा संचालित कन्या सुमंगला योजना की समीक्षा के दौरान डीएम ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिया कि मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, डीआईओएस व बीएसए हेतु लक्ष्य निर्धारित अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त कर पात्र बालिकाओं को आच्छादित कराया जाय। रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष की समीक्षा के दौरान 05 प्रस्तावों को अनुमोदन प्रदान किया गया।

इसी प्रकार मुख्यमंत्री बाल सेवा सामान्य योजना अन्तर्गत 397 आवेदन-पत्रों को अनुमोदन प्रदान करते हुए जिला प्राबेशन अधिकारी को निर्देश दिया गया कि योजनान्तर्गत अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को आच्छादित किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि ग्राम व ब्लाक स्तरीय बाल संरक्षण समिति को सक्रिय कर नियमानुसार बैठकें भी आयोजित करायी जाए। बैठक के दौरान सभी प्रकार की पेंशन, छात्रवृत्ति, सामूहिक विवाह, पारिवारिक लाभ योजना, वन स्टाप सेन्टर, प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम, कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण योजना, बाल कल्याण समिति सहित अन्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, अपर पुलिस अधीक्षक नगर कुंवर ज्ञानंजय सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह, नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, जिला विद्यालय निरीक्षक जे.पी. सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय कुमार सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी राजन कुमार, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कपूर, जिला पूर्ति अधिकारी अनन्त प्रताप सिंह, प्रधानाचार्य आई.टी.आई. प्रदीप अग्निहोत्री, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ओ.पी. चौधरी सहित अन्य अधिकारी, बाल कल्याण समिति के चेयरमैन सतीश कुमार श्रीवास्वत, सदस्य किशोर न्याय बोर्ड संजय अवस्थी सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

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