बहराइच l कभी मांगी हुई चारपाई और तख्त पर बैठ कर टीकाकरण व अन्य स्वास्थ्य सेवायें देने वाले अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता अब स्वयं के संसाधनों का उपयोग कर सकेंगे। इससे जहां उन्हें स्वास्थ्य सेवायें देने में सहूलियत होगी वहीं नए उपकरणों की उपलब्धता से जांच व अन्य सेवाओं की गुणवत्ता में इजाफा होगा । इसके लिए कोई अलग से बजट की व्यवस्था नहीं की गयी है बल्कि जिलाधिकारी की पहल से आशा व ग्राम प्रधान के संयुक्त खाते में जमा धनराशि का सदुपयोग किया गया है।
जिला स्वास्थ्य ,शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने बताया कि जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर गठित वीएचएसएनसी (ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति) का खाता ग्राम प्रधान व आशा कार्यकर्ता के संयुक्त हस्ताक्षर से संचालित होता है। स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण के मानकों को सुदृन्ह करने के लिए खाते में प्रत्येक वर्ष अधिकतम 10 हजार रुपए का प्रावधान है। इस धनराशि का उपयोग जिस मात्रा में होता है दूसरे वित्तीय वर्ष में उतनी ही धनराशि इस खाते में पुनः भेज दी जाती है। यानि प्रत्येक वित्तीय वर्ष की शुरुआत में इस खाते में अधिकतम दस हजार की धनराशि को बनाए रखा जाता है। उन्होंने बताया कई अलग-अलग कारणों से कुछ समितियां इस धनराशि का कोई उपयोग नहीं कर रही थी।
इसको देखते हुए जिलाधिकारी ने इस धनराशि का उपयोग वीएचएसएनडी (ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवम् पोषण दिवस) सत्रों के बेहतर संचालन में उपयोग करने के लिए निर्देशित किया। ताकि ग्राम स्तर पर गर्भवती , धात्री, बच्चों और किशोरों को गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवायें मिल सकें। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशानुसार आशा कार्यकर्ता व ग्राम प्रधान के सहयोग से वीएचएसएनसी की इस धनराशि से कुर्सी, मेज, चटाई, बाल्टी, जग आदि सामानों की व्यवस्था के साथ ही सत्र स्थल पर गर्भवती के पेट की जांच के लिए स्क्रीनिंग पर्दे की खरीद शुरू हो गयी है ताकि गोपनियता बनी रहे। इसके अलावा सत्र स्थल की साफ-सफाई के साथ ही इस धनराशि का उपयोग लाभार्थियों की जांच के लिए बीपी मशीन , स्टेथोस्कोप , वजन मशीन (वयस्क व बच्चों के लिए) , हीमोग्लोबिनो मीटर आदि उपकरणों की खरीद व मरम्मत का काम वित्तीय एवं क्रय नियमों को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है।
क्या है वीएचएसएनडी –
डीपीएम सरजू खान ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सभी तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बनाने के लिए प्रत्येक माह औसतन 2895 वीएचएसएनडी सत्रों का आयोजन किया जाता है। इसमें टीकाकरण ,गर्भवती व बच्चों की स्वास्थ्य जांच, पोषाहार वितरण के साथ ही दंपति को परिवार नियोजन की सलाह व सेवायें दी जाती हैं। एक हजार की आबादी पर आयोजित होने वाले इस दिवस का आयोजन प्रत्येक माह के पहले बुधवार को उप स्वास्थ्य केंद्र पर व बाकी बुधवार व शनिवार को राजस्व ग्राम के किसी सार्वजनिक स्थान पर किया जाता है। इसके माध्यम से औसतन 90563 लाभार्थियों को प्रत्येक माह स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराई जाती हैं ।
ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवम पोषण दिवस के माध्यम से अंतिम छोर तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में मदद मिलती है। इसके लिए सत्र स्थल पर बैठने की उचित व्यवस्था, पेय जल और आवश्यक जांच उपकरणों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। आदर्श व्यवस्था बनाने वाली ग्राम पंचायत व स्वास्थ्य कर्मी को सम्मानित किया जाएगा।
मोनिका रानी – जिलाधिकारी बहराइच