बहराइच : शिक्षक सभ्य समाज का शिल्पकार, आजीवन ज्ञान रश्मियों से करता आलोकित

बीआरसी पर आयोजित सेवानिवृत्ति समारोह में शिक्षकों को दी गयी भावभीनी विदाई

भास्कर ब्यूरो
जरवल/बहराइच। शिक्षक सभ्य समाज का शिल्पकार होता है जो वास्तव में कभी सेवानिवृत्त नही होता है बल्कि जीवन के आखिरी पड़ाव में भी ज्ञान रश्मियों से समाज को अपना योगदान देता रहता है। उक्त बातें ब्लाक संसाधन केंद्र सभागार में आयोजित शिक्षक सेवानिवृत्त समारोह में बीईओ संतोष सिंह ने कही।
गुरुवार को ब्लॉक जरवल अंतर्गत विभिन्न परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक सत्र की समाप्ति पर सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षको के सम्मान में बीआरसी सभागार में विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता बीईओ ने की। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन व पूजा अर्चना के साथ हुई। समारोह में सेवा पूर्ण करने वाले उ०प्रा०वि० नरोंडा के प्रधानाध्यापक अनवार खां, उ०प्रा०वि० जरवल रोड से सलीम अहमद, उ०प्रा०वि० भौली से मो० मुजम्मिल, उ०प्रा०वि०- पुरैनी से जसीम अहमद को फूल-माला पहनाकर, व धार्मिक पुस्तक, अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि सरकारी सेवा में एक निश्चित समय पर सेवानिवृत्ति मिलना स्वाभाविक प्रक्रिया है, किंतु शिक्षक कभी अपने दायित्वों से मुक्त नही हो सकते। क्योंकि समाज को दिशा देने की जिम्मेदारी इस प्रबुद्धवर्ग के मजबूत कंधों पर होती है। इस अवसर पर प्राथमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, जू०हा०शि०सं० के ब्लॉक अध्यक्ष व संयोजक समेत, समस्त बीआरसी स्टाफ, शिक्षक-शिक्षिकाएं आदि मौजूद रहे।

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