बहराइच: सकारात्मक शिक्षा के लिए उत्साहपूर्ण शिक्षण करें शिक्षक: जितेंद्र बहादुर चौधरी

फखरपुर/कैसरगंज/बहराइच l ब्लॉक संसाधन केंद्र कैसरगंज में चल रहे चौथे चरण चार दिवसीय एफएलएन प्रशिक्षण  में खंड शिक्षा अधिकारी जितेंद्र बहादुर चौधरी ने प्रतिभागियों से अपील की बुनियादी शिक्षा एवं संख्या ज्ञान को और बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर अपने ब्लॉक कैसरगंज को निपुण ब्लॉक बनाने की अपील की और कहा रचनात्मक और संवादात्मक शिक्षण पद्धतियां अपनाएं कक्षा में केवल पाठ्यपुस्तकों तक सीमित न रहें। छात्रों के साथ संवाद करें,

उन्हें विचार-विमर्श, कहानियों, और गतिविधियों के माध्यम से सिखाएं। इससे वें सक्रिय रूप से जुड़ते हैं और सीखने में अधिक रुचि लेते हैं।खेल और गतिविधियों को शामिल करें, शारीरिक और मानसिक खेल, जैसे कि क्विज़, समूह गतिविधियां, और रचनात्मक परियोजनाएं, बच्चों के अंदर जोश और उत्साह बनाए रखते हैं। यह उनके सीखने के अनुभव को आनंददायक बनाता है।

प्रेरणादायक और सकारात्मक वातावरण बनाएं कक्षा में प्रेम, आदर और सहयोग का माहौल बनाएं। छात्रों को उनकी उपलब्धियों के लिए सराहना दें और उन्हें प्रेरित करें। जब वे असफल होते हैं, तब उन्हें प्रोत्साहित करें कि वे फिर से प्रयास करें। व्यक्तिगत संबंध विकसित करें बच्चों की जरूरतों और उनकी व्यक्तिगत क्षमताओं को समझें। उनके साथ दोस्ताना और सहायक संबंध बनाएं। इससे वे सहज महसूस करेंगे और खुलकर अपनी समस्याओं और विचारों को व्यक्त कर सकेंगे कला और संगीत का प्रयोग शिक्षण में कला, संगीत और नाटक जैसी रचनात्मक गतिविधियों को शामिल करें।

यह बच्चों की रुचि को बढ़ाने के साथ-साथ उनकी रचनात्मकता और आत्म-अभिव्यक्ति के लिए एक मंच प्रदान करता है।सकारात्मक सोच को बढ़ावा दें सकारात्मक सोच और भावनात्मक बुद्धिमत्ता को विकसित करने के लिए गतिविधियों का आयोजन करें।

इससे छात्र न केवल शैक्षिक रूप से, बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी मजबूत होते हैं। इन प्रयासों से शिक्षक एक उत्साहपूर्ण और आनंदमयी शिक्षा वातावरण का निर्माण कर सकते हैं, जो बच्चों के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होता है। परामर्शदाता के रूप में एआरपी महेंद्र चौधरी ,अरविंद कुमार शर्मा , अरविन्द कुमार शुक्ला ,कृपा शंकर दुबे, सुनील कुमार सोनी के साथ सभी प्रतिभागी उपस्थित रहे।

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