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बांदा। बीते एक सप्ताह से जिले में सर्दी का सितम लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सर्द हवाओं ने लोगों को घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया है। शुक्रवार को दिनभर शहर की सड़कों पर कर्फ्यू जैसा सन्नाटा पसरा रहा। शीतलहर के चलते न्यूनतम और अधिकतम पारा लगातार नीचे लुढ़क रहा है। हालांकि कामकाजी महिलाएं और पुरुष किसी तरह से अपने कार्यस्थल पर पहुंचे तो वहां भी अलाव के सहारे ठंड कम करने की जुगत ही लगाते रहे। गुरुवार की सुबह न्यूनतम पारा 5 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि रात तकरीबन 3 बजे पारा लुढ़ककर 2 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं शीतलहर से बचाव को लेकर प्रशासन के दावों की भी पोल खुलने लगी है। न कहीं अलाव का इंतजाम दिख रहा है और न ही गरीबों असहायों को कंबल वितरण हो रहा।
बीते तीन दिनों से लगातार लुढ़क रहा तापमान, पारा 2-3 डिग्री पर अटका
नवंबर और दिसंबर माह में हल्की सर्दी को देखते हुए इस बार लोगों को इल्म नहीं था कि इस बार भी ज्यादा इतना अधिक पड़ेगा। नए साल की शुरुआत होने के साथ ही बुंदेलखंड में सर्दी ने जो अपना सितंबर पाना शुरू किया वह अभी तक थमता नजर नहीं आ रहा है। लगातार छह दिनों से लोगों को गुनगुनी धूप सेकने को नहीं मिली। इन 6 दिनों में मुश्किल से एक या 2 दिन ही सूर्य नारायण के दर्शन हुए। गलन और ठंड के चलते धूप बेअसर साबित हुई। जनवरी माह के शुरुआती दिनों में पारा न्यूनतम 7 डिग्री रहा इसके बाद 6 डिग्री हुआ। गुरुवार को न्यूनतम पारा 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि गुरुवार की रात तकरीबन 3 बजे पारा लुढ़ककर जमाव बिंदु के करीब 2 डिग्री तक पहुंच गया। शुक्रवार को पारा जब 5 डिग्री से भी नीचे चला गया।
मौसम वैज्ञानिक लगा रहे अभी चार दिन सर्दी में इजाफा होने का अनुमान
तब प्राण बचाने का आग ही एक मात्र सहारा बचा। सर्द हवाओं के कारण सड़कों पर आवागमन काफी कम हो चुका है। सन्नाटा देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे शहर में कर्फ्यू लागू हो गया है। गलन के कारण लोगों के हाथ पैर सुन्न पड़ रहे हैं। नलों में पानी इतना ठंडा निकल रहा है मानो बस अभी जमकर बर्फ में तब्दील हो जायेगा। प्रशासन का दावा है कि प्रमुख चौराहों पर अलाव जलवाए जा रहे हैं लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर बहुत कम ही अलाव जलते नजर आ रहे हैं।
स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि नगर पालिका संकट मोचन मंदिर के पास जलने वाले अलाव में प्रतिदिन तकरीबन एक कुंतल लकड़ी मुहैया करवा रहा है, लेकिन अलाव जलने के आधा घंटा बाद ही माफिया टाइप के लोग अलाव बुझाकर सारी लकड़ियां उठा ले जाते हैं। मजबूरीवश यहां के फुटपाथी दुकानदारों को अपने शरीर को गर्म रखने के लिए अलाव की व्यवस्था व्यक्तिगत संसाधनों से ही करनी पड़ रही है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो सर्दी का यह सितम अभी आगे आने वाले 4 दिनों तक यूं ही जारी रहेगा।
तेजी से बढ़ी हीटर-ब्लोअर की डिमांड
ठंड बढ़ने से ब्लोअर और हीटर की मांग तेजी से बढ़ी है। बिजली की दुकानों में इलेक्ट्रिक उपकरणों की खरीदारी को सुबह से भीड़ लगी रही। मांग बढ़ने से छोटे दुकानदारों का सामान भी खत्म हो गया। अब दूसरे बड़े दुकानदार माल शॉर्टेज का बहाना करके हीटर और ब्लोअर महंगे दामों पर बेच रहे हैं।
कोचिंग क्लास संचालन बंद कराने की मांग
बढ़ती ठंड के बीच प्रशासन ने जहां एक ओर इंटर तक के सभी विद्यालय बंद करने का फरमान जारी कर दिया है, वहीं कोचिंग संचालक कड़ाके की ठंड के बावजूद भी छात्र-छात्राओं को सुबह-शाम बुलाते हैं। जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले पर मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड राष्ट्रीय सचिव अजय चौहान दादा ने जिलाधिकारी से स्कूलों की तरह कोचिंग सेंटरों को भी बंद कराने की मांग की है।
कहा कि जनपद में बढ़ती ठंड व गिरते तापमान के बाद समस्त विद्यालयों को अगले आदेश तक बंद करने का आदेश दिया था। ऐसी ठंड मे जनपद के निजी कोचिंग सेंटर पूर्णतरू चालू हैं। तड़के से लेकर रात तक कोचिंग क्लास का संचालन कर रहे हैं। विद्यार्थी न चाहते हुए भी ऐसी ठंड में कोचिंग जाने को मजबूर हैं। ऐसी ठंड में बच्चों की सेहत खराब हो रही है। ठंड में खुले में आने जाने से उनकी जिंदगी भी जोखिम मे पड़ रही है। मांग की कि जनपद के समस्त कोचिंग क्लास संचालन बंद किया जाए।