बांदा : गहरार नदी के सफाई अभियान में डीएम ने खुद चलाई जेसीबी

विश्व पृथ्वी दिवस पर कई जगह शुरू हुआ था खुदाई का अभियान

गहरार नदी में चिंहित स्थानों पर जेसीबी से कराई गई खुदाई

भास्कर न्यूज

बांदा। जिलाधिकारी अनुराग पटेल की अगुवाई में विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर जल संचयन-जीवन संचयन अभियान के तहत गहरार नदी, चंद्रायल नदी और मरौली झील समेत जिले के 75 तालाबों का जीर्णोद्धार व पुर्नजीवन का काम 22 अप्रैल को शुरू किया गया था। अभियान के तहत खुदाई व जीर्णोद्धार का काम मनरेगा के तहत कराया जाना था, लेकिन नरैनी क्षेत्र के गहरार नदी में कुछ स्थानों पर मनरेगा मजदूरों का काम कर पाना संभव नहीं था, ऐसे में गुरुवार को जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने चिंहित स्थानों पर जेसीबी मशीन से खुदाई का काम प्रारंभ कराया। डीएम ने खुद ही जेसीबी के लीवर संभाले और मशीन चलाकर खुदाई का शुभारंभ किया।

जिले के 75 तालाबों और विलुप्त प्राय हो चुकी नरैनी की गहरार, जसपुरा की चंद्रायल नदी और मरौली में 122 बीघा रकबे के तालाब का जीर्णोद्धार का काम तेजी से चल रहा है। जिलाधिकारी अनुराग पटेल स्वयं पूरे काम की मानीटरिंग का जिम्मा संभाले हुए हैं। गुरुवार को उपायुक्त मनरेगा राघवेंद्र तिवारी ने बताया कि नरैनी क्षेत्र से बहने वाली गहरार नदी में कई स्थान ऐसे हैं, जहां मनरेगा मजदूरों के जरिए काम कराया जाना संभव नहीं है। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने गुरुवार को जेसीबी मशीन से चिंहित स्थानों पर खुदाई की अनुमति दी और खुद ही जेसीबी मशीन की ड्राइविंग सीट संभाल ली। उन्होंने गहरार नदी की खुदाई का काम तेजी करने की हिदायत दी। बताया गया है कि जेसीबी मशीन क्षेत्र के खनन पट्‌टाधारकों ने निशुल्क उपलब्ध कराई है। 

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