बांदा : अव्यवस्थाओं पर चढ़ा राज्य महिला आयोग सदस्य का पारा, लगाई कड़ी फटकार

कहा : भीषण गर्मी के मौसम में कहीं भी पानी की कमी हुई तो अफसरों की खैर नहीं

राज्य महिला आयोग सदस्य ने किया जिला अस्पताल, मंडल कारागार और वृद्धाश्रम का निरीक्षण

कई अधिकारियों-कर्मचारियों का वेतन रोकने और कारण बताओ नोटिस जारी करने के दिए निर्देश

भास्कर न्यूज

बांदा। राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रभा गुप्ता इन दिनों एक्शन मोड में दिख रही हैं। बुधवार को जनसुनवाई और जागरूकता कार्यक्रम के जरिए जहां उन्होंने अफसरों के पेंच कसे, वहीं गुरुवार को उन्होंने जिला अस्पताल, मंडल कारागार और वृद्धाश्रम का औचक निरीक्षण किया और खामियों पर संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकारा। कहा कि भीषण गर्मी के मौसम में कहीं भी पीने के पानी की समस्या हुई तो अफसरों की खैर नहीं होगी। वह संबंधित अधिकारियों के खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई कराएंगी।

राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रभा गुप्ता ने गुरुवार की सुबह सबसे पहले मंडल कारागार पहुंचकर महिला बैरक का निरीक्षण किया। महिला बंदियों से बातचीत करते हुए उन्होंने उनकी समस्याएं जानीं और उनके निस्तारण काे लेकर संबंधित अधिकारियों को हिदायत दी। आयोग की सदस्य श्रीमती गुप्ता ने जेल अधीक्षक को भीषण गर्मी के मौसम में बंदियों को पीने के पानी की व्यवस्था दुरुस्त रखने की सख्त हिदायत दी। इस मौके पर सीओ अंबुजा त्रिवेदी, महिला थानाध्यक्ष समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। इसके महिला आयोग की सदस्य गुप्ता जिला अस्पताल पहुंची, जहां उन्होंने महिला मरीजों से उनका हालचाल जाना और अव्यवस्थाओं पर जमकर फटकार लगाई और दुरुस्त करने की हिदायत दी। निरीक्षण के दौरान उन्हें जिला महिला अस्पताल में तमाम खामियां मिलीं। कहीं भी पंखा-कूलर नहीं चल रहा था और मरीजों ने बाहर से दवाएं लिखने को लेकर भी शिकायत की।

जिस पर उन्होंने भीषण गर्मी के मौसम में पंखा, कूलर और एसी दुरुस्त कराने के निर्देश दिए और पीने के पानी की बेहतर व्यवस्था कराने की बात कही। अस्पताल के बाहर से दवाएं लिखने पर उन्होंने सीएमएस को आड़े हाथों लिया और कहा कि बाहर से दवाएं लिखने की प्रवृत्ति पर राेक लगनी चाहिए, अन्यथा चिकित्सक कार्रवाई के लिए तैयार रहें। निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले चिकित्सकों का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। इसके बाद उनका काफिला नरैनी रोड स्थित वृद्धाश्रम पहुंचा, जहां उन्हें बहुत गड़बड़ियां देखने को मिली। वृद्धाश्रम में भोजन व्यवस्था, आवासीय व्यवस्था, कूलर व पंखा भी गड़बड़ मिले।

वहीं वृद्धाश्रम में नियुक्त 16 कर्मचारियों में 8 कर्मचारी ही उपस्थित मिले, जबकि कुल पंजीकृत 111 वृद्धजनों में से मात्र 53 ही माैजूद मिले। अव्यवस्थाओं को लेकर परियोजना प्रबंधक, एकाउंटेंट समेत सभी अनुपस्थित कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस मौके पर समाज कल्याण अधिकारी गीता सिंह आदि मौजूद रहे।

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