बांदा : खनिज अधिकारी पर गिरी गाज, मुख्यालय से हुए संबद्ध

दो दिन पहले निदेशक की टीम ने कई खदानों में मारा था छापा

मरौली, खप्टिहा कलां व भवानीपुरवा में मिला था अवैध खनन

भास्कर न्यूज

बांदा। जिले में संचालित दो दर्जन से अधिक बालू खदानों में खुलेआम अवैध खनन का खेल चल रहा है। बताते हैं कि इस खेल में प्रशासनिक व पुलिस अफसर भी बराबर के हिस्सेदार हैं। इस संबंध में दैनिक भास्कर ने कई बार समाचार प्रकाशित करके खदान संचालकों की काली करतूतों को उजागर किया तो इसकी पुष्टि करने के लिए जब खनिज निदेशक डा.रोशन जैकब के निर्देश पर लखनऊ की टीम ने जिले की खदानों में छापा मारा तो मरौली, खप्टिहा कलां और भवानीपुरवा खदानों में प्रतिबंधित मशीनों के जरिए अवैध खनन पाया गया। खनन निदेशक डा.जैकब ने जहां तीन खदानों के संचालकों को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण देने की हिदायत दी है, वहीं खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निदेशालय में सम्बद्ध करने का फरमान सुनाया है।

अवैध खनन और ओवरलोडिंग के कुख्यात बांदा जिले की करीब दो दर्जन बालू की खदानों में खुलेआम प्रतिबंधित मशीनों के जरिए खनन का काम चल रहा है, इसके एवज में जिम्मेदार अफसरों तक उनके हिस्से के रूप में मोटी रकम पहुंचाई जाती है। हालांकि शासन स्तर से दबाव पड़ने पर अफसर सड़क पर बालू लेकर जाने वाले ट्रकों पर कार्रवाई करके अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते हैं और खुद ही अपनी पीठ थपथपा लेते हैं। बालू खदानों के संचालक सेटिंग गेटिंग के फार्मूले को अपनाकर मीडिया से लेकिर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों तक को साधने का दावा करते हैं और खुलेआम अवैध खनन करके पर्यावरण के साथ ही सरकारी राजस्व को भी करोड़ों की क्षति पहुंचाते हैं। उधर धुआंधार बालू के अवैध खनन से जीवनदायिनी नदियों की हालत भी बदतर होती जा रही है और लोगों को पीने के पानी के लिए भी मशक्कत करनी पड़ रही है। दैनिक भास्कर में कई बार प्रकाशित खबरों के आधार पर खनिज निदेशक डा.रोशन जैकब ने जब यहां की वास्तविकता समझने के लिए लखनऊ के अधिकारियों की टीम भेजी तो दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ गया। तीन दिन पहले लखनऊ से आई खनिज जांच टीम ने छापा मार कर हकीकत परखी तो उन्हें यहां खामियो का भंडार मिला। खनिज जांच टीम ने निदेशक को रिपोर्ट भेजी कि जिले की मरौली, खप्टिहाकलां और भवानीपुरवा खदान में उन्हें बालू का अवैध खनन मिला और प्रतिबंधित मशीनों के जरिए मानक से अधिक खनन पाया गया। वहीं खदानों से अवैध परिवहन करते हुए ओवरलोडिंग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। रिपोर्ट मिलने के साथ ही खनिज निदेशक डा.जैकब ने जहां तीनों खदानों के संचालकों को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण देने की हिदायत दी, वहीं खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता पर अवैध खनन व अवैध परिवहन के प्रभावी नियंत्रण में शिथिलता बरते जाने के चलते तत्काल प्रभाव से खनिज मुख्यालय में सम्बद्ध करने का फरमान सुना दिया। बताया गया है कि जिले में खनिज अधिकारी के रूप में वीरेंद्र कुमार को नियुक्त किया गया है।

मानपुर खदान में दिख रहा असलहों का दम

खनिज निदेशक डा.रोशन जैकब ने भले ही जिले की तीन खदानों को नोटिस भेजते हुए खनिज अधिकारी को मुख्यालय से सम्बद्ध करने की कार्रवाई की है, लेकिन बालू माफियाओं की सेहत पर इसका कोई असर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा। जिले की नरैनी तहसील में स्थित मानपुर बालू खदान में इन दिनों असलहों की दम पर गुंडई के साथ बालू का खनन चल रहा है। सूत्रों की मानें तो गिरवां थाना पुलिस का एक कारखास सिपाही बालू के अवैध परिवहन का जिम्मा लिए हुए है और अपनी देखरेख में बालू भरे ट्रकों की निकासी कराता है। बताते हैं कि खदान संचालक के ऊपर किसी सत्ताधारी नेता का वरदहस्त है और सत्ता की हनक के दम पर खदान में खुलेआम पोकलैंड मशीनें गरज रही हैं। अब देखना यह है कि खनिज निदेशक की नजरें मानपुर खदान की ओर कब इनायत होती हैं और खदान संचालक पर क्या कार्रवाई की जाती है।

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