बांदा : झूम के बरसे वोट, करीब 62 फीसदी ने किया मताधिकार का प्रयोग

चुनाव प्रेक्षकों समेत जिला स्तरीय अफसरों ने रखी मतदान पर कड़ी नजर

सजे-धजे बूथों में सुबह से शाम तक लगी रही मतदाताओं की कतारें

सूची से नाम गायब होने को लेकर परेशान रहे लोग, वोट से वंचित

भास्कर न्यूज

बांदा। विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में जनपद के करीब डेढ़ हजार से अधिक मतदेय स्थलों पर लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सुबह से सुस्त शुरूआत के बाद धीरे धीरे मतदान की रफ्तार बढ़ती गई और मतदान समाप्त होते होते करीब फीसदी लोगों ने अपने वोट डाले। गुब्बारों और रंग बिरंगी लड़ियों से सजे धजे मतदान केंद्रों में सेल्फी प्वाइंट लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहे। वोट डालने के बाद महिलाओं और युवाओं ने जमकर सेल्फी ली और उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल किया। डीएम अनुराग पटेल, एसपी अभिनंदन और चुनाव प्रेक्षकों के साथ सभी जिला स्तरीय अफसर मतदान की प्रक्रिया का जायजा लेते रहे। हालांकि इक्का दुक्का जगहों को छोड़कर पूरे जिले में शांतिपूर्ण मतदान निपट गया। कई मतदान केंद्रों में मतदाता सूची से कई लोगों के नाम गायब मिले, जिस पर थोड़ी बहुत हो हल्ला होता रहा।

हालांकि सूची में नाम न होने के कारण लोगों को बिना मतदान किया ही वापस लौटना पड़ा। जिले की चार विधानसभा सीटों बांदा, तिंदवारी, नरैनी और बबेरू में मतदाताओं ने खूब उत्साह के साथ मतदान में हिस्सा लिया और बढ़चढ़कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान करने वालों में महिलाओं और युवाओं ने पूरे उत्साह के साथ वोट डाले। हालांकि मतदान की गति सुबह 9 बजे बहुत धीमी रही, 9 बजे तक जिले में मात्र 10.39 फीसदी मतदान ही रिकार्ड किया गया। जबकि इसके बाद धीरे-धीरे मतदान ने रफ्तार पकड़ी और 11 बजे तक मतदान का आंकड़ा बढ़कर 23.85 फीसदी पहुंचा तो दोपहर एक बजे तक 37.60 फीसदी तक रिकार्ड किया गया। जबकि तीन बजे तक जिले में आधे से अधिक 50.07 मतदाताओं ने ईवीएम की बटन दबा दी थी। मतदान समाप्ति का समय नजदीक आने के साथ ही मतदाताओं ने तेजी से मतदान केंद्रों की ओर रुख किया और शाम पांच बजे तक 57.48 फीसदी लोगों ने वोट डाले। मतदान की समाप्ति के बाद प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले की चारों विधानसभा सीटों पर करीब 62 फीसदी मतदान हुआ। सदर विधानसभा में सर्वाधिक 63.06 फीसदी लोगों ने वोट डाले।

मतदान केंद्रों की सजावट लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती रही, वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग पटेल की 75 प्लस मतदान की मुहिम का भी असर देखने को मिला। डीएम, एसपी के साथ चुनाव प्रेक्षक भी मतदान केंद्रों का जायजा लेते रहे और लोगों को शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रेरित करते रहे। मतदान केंद्रों में बने सेल्फी प्वाइंट युवाओं और महिलाओं को आकर्षित करते रहे, लोगों ने मतदान के बाद अपनी उंगली की स्याही दिखाते हुए सेल्फी खींची और सोशल मीडिया पर वायरल किया। कई मतदान केंद्रों में लोगों के नाम सूची से गायब होने पर कई बार असहज स्थित उत्पन्न हुई, लेकिन बाद में प्रशासन ने समझा बुझा कर लोगों को वापस घर भेज दिया। पतौरा गांव में करीब 65 फीसदी से अधिक मतदान हुआ।

सेल्फी प्वाइंट रहे आकर्षण का केंद्र

इस बार विधानसभा चुनाव में प्रत्येक मतदेय स्थल पर बने सेल्फी प्वाइंट आकर्षण केंद्र रहे। अपने बूथ पर मतदान करने के बाद लौटे मतदाताओं में इन सेल्फी प्वाइंट पर अपनी सेल्फी लेने और फिर उसे सोशल मीडिया में पोस्ट करने की होड़ लगी रही। सेल्फी प्वाइंट पर फोटो खींचने में सबसे ज्यादा उन मतदाताओं की रुचि देखी गई जो पहली बार मतदाता बने हैं और पहली बार अपने पसंद के प्रत्याशी को वोट किया है। उधर कुछ मतदेय स्थलों में सीआपीएफ के जवानों और पुलिस प्रशासन ने मतदाताओं को अपना मोबाइल लेकर गेट से ही प्रवेश नहीं दिया, जिसकी वजह से उनका सेल्फी लेने का सपना अधूरा रह गया। 

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