बरेली : कंपनी जल आकाश ने जम्मू कश्मीर में किया लाखों का फर्जीवाड़ा, प्रॉपर्टी से की जाएगी रिकवरी

बरेली। बरेली की कंपनी जल आकाश ने जम्मू कश्मीर में लाखों का फर्जीवाड़ा किया। जम्मू कश्मीर में फैब्रिकेटेड शेल्टर्स रीलोकेट करने के नाम पर गड़बड़ी की गई। जिस पर जम्मू कश्मीर सेना प्रशासन ने डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर प्रॉपर्टी चिन्हित कर रिपोर्ट देने को कहा है।

1995 96 में जल आकाश ने फैब्रिकेटेड शेल्टर किए थे सप्लाई

रामपुर गार्डन के रहने वाले सरोज अग्रवाल पत्नी सतीश कुमार अग्रवाल, मनीष कुमार अग्रवाल पुत्र सतीश कुमार अग्रवाल की कंपनी जल आकाश ने 1995 और 96 में सेना के चीफ इंजीनियर हिमांक के साथ 18 मई 1995 को कॉन्ट्रैक्ट पर दस्तखत किए थे। उन्हें लोकेट करने के लिए प्रीफैबरीकेटेड सेल्टर्स 50 * 20 * 10 सप्लाई करने थे। जिस पर मानक के अनुरूप सप्लाई नहीं किए गए। इसकी शिकायत की गई। मामला कोर्ट चला गया। जम्मू कश्मीर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में मामले की सुनवाई की गई। सुनवाई के बाद जल आकाश कंपनी से रिकवरी के आदेश दिए गए।

डीएम एसएसपी को भेजी चिट्ठी, बताएं कहां-कहां है जल आकाश की प्रॉपर्टी

जम्मू कश्मीर प्रशासन के लेफ्टिनेंट कर्नल कौशिक सेन ने डीएम शिवाकांत द्विवेदी और एसएसपी प्रभाकर चौधरी को चिट्ठी भेजी है। उन्होंने 105 सिविल लाइंस के पते पर रजिस्टर्ड जल आकाश कंपनी की प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी मांगी है। इसके बाद प्रॉपर्टी को अटैचमेंट कर उससे जम्मू कश्मीर में किए गए घटिया सामान सप्लाई की रिकवरी की जाएगी। जल आकाश कंपनी के पार्टनर रामपुर गार्डन की रहने वाली सरोज अग्रवाल और मनीष कुमार अग्रवाल के प्रॉपर्टी के संबंध में भी जांच शुरू हो गई है।

डीएम ने एसडीएम को दिए निर्देश, राजस्व विभाग की टीम जांच पड़ताल में जुटी

डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने इस मामले में एसडीएम सदर को मैसर्स जल आकाश कंपनी की प्रॉपर्टी जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद राजस्व विभाग की टीम एक्टिव हो गई है। संबंधित लेखपाल और अमीनो को जल आकाश की बरेली में प्रॉपर्टी चिन्हित कर उसकी रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसके बाद रिपोर्ट जम्मू कश्मीर प्रशासन को भेजी जाएगी।

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