बरेली। इज्जतनगर के रोड नंबर पांच परतापुर चौधरी में वर्षों पुरानी मजार को रेलवे हटवा रहा है। आस-पास के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। मजार हटाने के विरोध में काफी संख्या में भीड़ जुट गई। सूचना पर कई थानो की फोर्स पहुंची। घंटो हंगामा चलता रहा।
कई थानो की फोर्स पहुंची
शनिवार को मजार हटाने की सूचना पर हड़कंप मच गया। रेलवे स्टेशन पर भीड़ एकत्र हो गई। रोड नंबर पांच परतापुर चौधरी के पास बाबा बख्शरुद्दीन की मजार है। इस मजार को रेलवे ने हटाने की प्रक्रिया शुरू है। एक बार फिर मजार हटाने की सूचना पर हड़कंप मच गया। सूचना पर कई थानो की फोर्स पहुंच गई। यहां मौजूद लोगों ने बताया कि मजार से धर्म की आस्था जुड़ी हुई है। वहां रहने वाले बुजुर्गों का कहना है कि मजार बहुत पुरानी है। रेलवे इसको अतिक्रमण बता रहा है। पुराने डीआरएम ने मजार पर टीन शेड भी डलवाया था। मौजूदा डीआरएम मजार के कागज मांग रही हैं। मजार को शहीद करने की योजना बनाई जा रही है। आला हजरत दरगाह से गुजारिश की गई है कि शान्ति व्यवस्था बनाए रखें। वह सभी जिला व रेलवे प्रशासन से मांग करते हैं मजार को न हटाया जाए।
पार्षद और ग्रामीणों बोले 100 साल से अधिक पुरानी है मजार
मो ताहिर ने बताया कि यह मजार 100 साल से अधिक पुराना है। उनका मजार के प्रति बहुत लगाव है। वह जान दे देंगे लेकिन मजार को वहां से हटने नहीं देंगे। पार्षद कामिल हुसैन ने बताया कि अफसरों का कहना है कि मजार चार पांच साल पुराना है, जबकि वह बचपन से देखते हुए आ रहे है। उन्होंने अपने पास एक पत्र होने का दावा किया जिसमे एक मामले में रोड को लेकर समझौता हुआ था।