
बरेली।(विक्रम सिंह) शीशगढ़ के बुझिया गांव में बच्ची को अपना निवाला बनाने वाला आदमखोर तेंदुए आखिरकार पकड़ा गया। वही बच्ची के शिकार होने के बाद वन विभाग की नींद खुली उन्होंने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजडा लगा दिया जिसके बाद रेस्क्यू आपरेशन शुरु हुआ। सुबह के समय तेंदुआ के पकड़ जाने की सूचना मिली। उसे पकडऩे के लिए लगाए गए पिंजरे में एक बकरी बांधी गई थी। वही बता दे बीते एक दिन पूर्व शीशगढ़ के गांव बुझिया में तकरीबन आठ बजे 13 वर्षीय बच्ची उपासना अपने घर से दुकान पर कुछ सामान खरीदने गई थी।

बच्ची की चीख सुनकर इलाकाई ग्रामीणों ने काफी देर तक बच्ची की तलाश की, लेकिन कामयाबी हासिल नहीं हो सकी और सुबह तेंदुए का निवाला बन चुकी बच्ची के हाँथ और सर के अवशेष ही बरामद हो सके।जिसके बाद इस घटना से गांव के लोग बुरी तरह सहम गए हैं और जब तक आदमखोर तेंदुआ पकड़ा नहीं गया ग्रामीणों ने अपने बच्चों को घरों में कैद कर बाहर निकलने से भी कतराने लगे। वही ग्रामीणों की मानें तो वन विभाग की लापरवाही के चक्कर में बच्ची को तेंदुए का शिकार होना पड़ा। पिछले कई दिनों से तेंदुए चहल कदमी गांव में ग्रामीणों द्वारा देखी गई थी। जिसकी सूचना भी वन विभाग को दी गई थी मगर वन विभाग की नींद बच्ची के शिकार हो जाने के बाद टूटी। वही रेस्क्यू आपरेशन के बाद तेंदुए को पकड़ लिया गया है।c