बरेली। भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान के केन्द्रीय सभागार में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया जिसमें संस्थान के संयुक्त निदेशकों, विभागाध्यक्षों मानव चिकित्सालय के प्रभारी तथा आईवीआरआई के वैज्ञानिकों, छात्रों अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने भाग लिया। संस्थान के निदेशक डा. त्रिवेणी दत्त ने कहा आज पूरा विश्व योग के महत्व को समझ रहा है और अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मना रहा है। उन्होंने कहा कि शरीर और मन की शांति के लिए योग बहुत जरूरी है। योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है साथ ही योग से मानव जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। प्रतिदिन योग करने से शारीरिक और मानसिक बीमारियां दूर रहती है।
बढ़ते तनाव को कम करने और लाइफस्टाइल से पैदा होने वाली समस्याओं को योग से दूर किया जा सकता है। उन्होंने योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री के योग दिवस को अंतराष्ट्रीय स्तर पर लाने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किये गये प्रयासों से आज पूरे विश्व में योग दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि योग को हम अपने दिन चर्या का हिस्सा बनायें। भारतीय योगा संस्थान बरेली के योगाचार्य बृहमानंद भारती ने इस अवसर पर कहा कि योग सिद्धान्त ही नही जीवन जीने की कला है। उन्होंने कहा कि महर्षि पंतजलि के सूत्र को समझाते हुए कहा कि योग हमें अनुशासन सिखाता है साथ ही साथ ही योग से यम, नियम, आशन, प्राणायाम से समाधि तक अंतिम अवस्था प्राप्त की जा सकती है।
इसके बाद उन्होंने सर्वप्रथम योग की शुरूआत की तथा ताड़ आसन, वृक्ष आसन, अर्द्धचक्रासन, बृजासन, शशांक आसन, पर्वत आसन, भद्रासन, मकरासन, भुजंग आसन, शलभ आसन, द्विचक्रीय आसन पादग्रस्थ आसन पवनमुक्ताशन सेतुबन्ध आसन मर्कट एवं शवासन आदि आसनों को करवाया। इसके साथ ही कपाल भांति अनुलोम-विलोम, शितकारी उज्जयी अग्निसार, वाह्य तथा भ्रामरी आदि प्राणायाम भी करवाये। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन मानव चिकित्सालय के प्रभारी डा. नीरव कोहरवाल द्वारा दिया गया। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक, कैडराड, डा. के. पी. सिंह संयुक्त निदेशक शैक्षणिक डा. एस.के. मोदीरत्ता, पशु दैहिकी एवं जलवायुकी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. ज्ञानेन्द्र सिंह, डा. अभिजीत पावडे़, डा. एल. सी. चैधरी, डा. ए. आर. सेन, अश्वनी कुमार सहित छात्र छात्राओं, अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने भाग लिया।